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DM व SP के बाद CM योगी आदित्यनाथ ने थानेदारों को दी बड़ी जिम्मेदारी, संक्रमितों को तलाशें

गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ। जानलेवा कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में बड़े योद्धा साबित हो रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अब इसके खिलाफ जमीनी स्तर पर लड़ाई लड़ने की तैयारी में हैं। कोरोना वायरस पर सख्ती के लिए सूबे में डीएम-एसपी की जवाबदेही तो सरकार पहले भी तय कर चुकी थी लेकिन, अब थाना स्तर तक उसी रणनीति से काम होगा। 

कोरोना संक्रमण पर अंकुश लगाने के लिए लगातार बैठकों में जिलाधिकारी तथा एसपी-एसएसपी से फीडबैक ले रहे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने थानेदारों को कोरोना संक्रमितों की तलाश में लगा दिया है। इसके साथ ही उनको चेतावनी भी दी है कि अगर उनके थाना क्षेत्र में कोई संक्रमित मिला तो अंजाम भी भुगतने को तैयार रहें।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दो दिन पहले ही मुरादाबाद की घटना के बाद हर जिले में और सख्ती के निर्देश दिए हैं। लॉकडाउन के दौरान रेड जोन में शामिल शहरों के साथ ही ऑरेंज जोन में रखे गए नगरों के डीएम व एसपी-एसएसपी की टीम ने थानेदारों को भी शामिल किया है। सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि थानेदार ईमानदारी से संक्रमितों का पता लगाकर मेडिकल टीम को सूचित करें। अगर किसी भी थाना क्षेत्र में संक्रमित छुपा मिला तो थानेदार भी जवाबदेह होंगे। सभी जिलों के पुलिस प्रशासन और थानेदार जिम्मेदार होंगे। यदि किसी भी थाना क्षेत्र में कोरोना पॉजिटिव को छुपाया गया तो थानेदार बड़ी सजा के लिए तैयार रहें। अधिकारी हर क्षेत्र में गश्त करें, रणनीति बनाएं, घरों से मस्जिदों से या किसी स्थल में जहां कोरोना पॉजिटिव होने की आशंका हो, उन्हें खोज निकालें। छुपाने वालों पर त्वरित कारवाई करें। अब सीएम योगी आदित्यनाथ ने सभी जिलों को सख्त चेतावनी दी है। उन्होंने साफ कहा कि कोरोना से प्रभावित लोगों की ज्यादा से ज्यादा और जल्द से जल्द पहचान करें।

बढ़ेगी हॉटस्पॉट की निगरानी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने हॉटस्पॉट क्षेत्रों में निगरानी बढ़ाने को कहा है। मेडिकल टीम के साथ उन्होंने पुलिस को भी जरूर रखने के निर्देश दिए हैैं। कोविड ड्यूटी करने वालों पर हमले के हर दोषी पर उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा कानून और आपदा प्रबंधन अधिनियम के तहत कार्रवाई करने को कहा है। मुख्यमंत्री ने कहा लॉकडाउन का उल्लंघन पर होने पर डीएम-एसपी और कोरोना संदिग्धों व उन्हें प्रश्रय देने वालों का पता न लगा पाने पर थानेदार भी जवाबदेह होंगे। उन्होंने कहा कि हॉटस्पॉट क्षेत्रों को पूरी तरह से सील कर आवागमन को पूरी सख्ती से प्रतिबंधित कर दें। नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। हॉटस्पॉट क्षेत्रों में मुख्यमंत्री ने सिर्फ मेडिकल, सैनिटाइजेशन और डोरस्टेप डिलीवरी टीमों को ही आवागमन की अनुमति देने को कहा है। कोरोना वायरस के संक्रमण को छिपाने और जानबूझकर न बताने वाले लोगों को चिन्हित कर सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। ऐसे लोगों को प्रश्रय देने वालों और उनकी तलाशी न करने वाले थानेदारों के विरुद्ध भी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने होम डिलीवरी और सप्लाई चेन को भी मजबूत रखने के लिए कहा है।

छूट के लिए हर यूनिट की तय हो सावधानी
मुख्यमंत्री ने कहा कि 20 अप्रैल से भारत सरकार के आदेशानुसार विभिन्न गतिविधियों के संचालन की अनुमति दी जानी है। जहां भी काम शुरू किया जाना है, उन यूनिट के लिए सावधानी तय कर दी जाए। हर जगह थर्मल स्कैनर और सैनिटाइजर आदि की पर्याप्त उपलब्धता रहे। हर हाल में शारीरिक दूरी का पालन होना चाहिए। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा जारी किए गए नियमों को अधिकारी पढ़ें और कार्ययोजना तैयार करें। सभी गतिविधियों के संबंध में शासनादेश तत्काल जारी करें।

जो किसी योजना का लाभार्थी नहीं, उसे दें राशन व भत्ता
मुख्यमंत्री ने कहा है कि इस आपदा में सभी जरूरतमंदों को तत्काल खाद्यान्न उपलब्ध कराएं। जो जरूरतमंद किसी भी योजना का लाभार्थी नहीं है, उसे खाद्यान्न के साथ ही एक हजार रुपये का भरण-पोषण भत्ता दें।
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