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IAS रानी नागर को म‍िला बसपा सुप्रीमो मायावती का समर्थन, केंद्र सरकार से जांच कराने की मांग

गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ, बसपा प्रमुख मायावती ने गौतमबुद्धनगर जिले की निवासी और हरियाणा कैडर की महिला आइएएस अफसर रानी नागर का उत्पीडऩ किए जाने पर रोष व्यक्त करते हुए दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। शनिवार का मायावती ने ट्वीट करके सरकार से इस मामले में हस्तक्षेप करने के लिए कहा।

उन्होंने लिखा, 'यूपी के जिला गौतमबुद्धनगर की मूल निवासी व हरियाणा कैडर के 2014 बैच की  आइएएस अधिकारी रानी नागर ने  अपने कुछ उच्च अधिकारियों पर उत्पीडऩ व बहन सहित अपनी जान को खतरे के विरोध में अंतत: इस्तीफा देने की जो बात कही है, यह अति गंभीर मामला है। सरकार इसका तुरंत उचित संज्ञान ले। अनेक शिकायतों के बावजूद इस महिला आइएएस अधिकारी के खिलाफ जारी उत्पीडऩ मामले की उच्च स्तरीय जांच कराकर दोषियों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए, यह बीएसपी की हरियाणा व केंद्र सरकार से मांग है।

व‍िवादों में रही हैं रानी 
गौरतलब है कि 2014 बैच की हरियाणा कैडर की आइएएस अधिकारी रानी नागर लॉकडाउन के बाद अपने पद से इस्तीफा दे सकती हैं। रानी ने अपनी फेसबुक पोस्ट के माध्यम से यह बात कही है। रानी नागर अपने सेवाकाल के दौरान विवादों में रही हैं। रानी नागर सामाजिक सुरक्षा विभाग में अतिरिक्त निदेशक के पद पर तैनात हैं। सन् 2014 में बतौर आइएएस कार्यभार संभालने वाली रानी नागर मूल रूप से गाजियाबाद की रहने वाली हैं। आजकल वह अपनी बहन के साथ चंडीगढ़ में रह रही हैं। रानी नागर के इस छोटे से कार्यकाल के दौरान कई अवसर ऐसे आए हैं जब दूसरे पक्ष ने उनकी मनोस्थिति पर सवाल उठाए। रानी नागर ने सन 2018 के दौरान एक सीनियर आइएएस पर गलत व्यवहार का आरोप लगाया था। यह मामला सीएम के दरबार में भी पहुंचा था। नागर ने एक कैब ड्राइवर पर भी अभद्रता का आरोप लगाया था। सिरसा जिले के डबवाली में एसडीएम पद पर रहते हुए उन्होंने अपनी जान को खतरा बताया था। लॉकडाउन के चलते रानी नागर चंडीगढ़ के यूटी गेस्ट हाउस में ठहरी हुई हैं। 
उन्होंने फेसबुक पर एक पोस्ट डालकर कहा कि उन्होंने इस्तीफा देने का फैसला किया है। अभी चंडीगढ़ में कर्फ्यू लगा हुआ है, इसलिए वह तथा उनकी बहन चंडीगढ़ से बाहर नहीं जा सकते। चंडीगढ़ से आगे गाजियाबाद तक के रास्ते बंद हैं। उन्होंने कहा कि वह लॉकडाउन व कर्फ्यू खुलने के बाद वह अपने कार्यालय में इस्तीफा देकर व सरकार से नियमानुसार अनुमति लेकर बहन के साथ पैतृक शहर गाजियाबाद में बसेंगी।

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