नोएडा में गर्लफ्रेंड को हुआ कोरोना तो बॉयफ्रेंड की पूरी फैमिली पहुंची क्वारंटाइन सेंटर
गाजीपुर न्यूज़ टीम, ग्रेटर नोएडा। उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर जिले में एक युवती में कोरोना वायरस की पुष्टि होने के बाद युवती के बॉयफ्रेंड को उसके पूरे परिवार समेत क्वारंटाइन सेंटर में भेज दिया गया है। दिल्ली-एनसीआर में ऐसा संभवतः पहला मामला है, जब गर्लफ्रेंड के कोरोना पॉजिटिव के बाद बॉयफ्रेंड को पूरे परिवार के साथ क्वारंटाइन सेंटर में भेजा गया। बताया जा रहा है कि युवक और युवती दोनों एक-दूसरे के संपर्क में थे।
हैरानी की बात यह भी है कि गर्लफ्रेंड की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई लेकिन युवक की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। ऐसे में यह अभी तक स्पष्ट नहीं हुआ है कि युवती को कोरोना कैसे हुआ।
परिवार को 14 दिन तक क्वारंटाइन सेंटर में रहना पड़ेगा
दरअसल, जिले में लगातार कोरोना के मरीज बढ़ रहे है। ऐसे में प्रशासन द्वारा लगातार लोगों से अपील की जा रही है कि सावधानी बरतें। इसके बाद भी युवा वर्ग लापरवाही बरत रहा है। बीते दिनों ग्रेटर नोएडा में रहने वाली एक युवती को कोरोना हो गया, लेकिन यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो पाया है कि किससे संपर्क में आने की वजह से उसको कोरोना हुआ। हालांकि, युवती के संपर्क में आने की वजह से उसका पुरूष मित्र पूरे परिवार समेत क्वारंटाइन सेंटर पहुंच गया है। परिवार को 14 दिन तक वहीं रहना पड़ेगा। सूत्रों ने दावा किया है कि गर्लफ्रेंड-बॉयफ्रेंड किसी अन्य दोस्त से मिलने के लिए अस्पताल गए थे वहीं युवती संक्रमित हो गई थी।
जमाती के संपर्क में आए 55 लोग क्वारंटाइन
वहीं जिला प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग ने संक्रमित जमाती के संपर्क में आए 55 लोगों को क्वारंटाइन कराया है। सभी लोगों को एच्छर गांव से ले जाकर गलगोटिया कॉलेज के हास्टल में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर पर भर्ती कराया गया है। सभी लोग 14 दिनों तक क्वारंटाइन रहेंगे। सभी के नमूने लेकर जांच के लिए भेज दिए गए हैं। जल्द ही रिपोर्ट आने की उम्मीद है।
सोमवार को आई रिपोर्ट में ग्रेटर नोएडा के बेगमपुर गांव के रहने वाले एक व्यक्ति में संक्रमण की पुष्टि हुई थी। वह जमात में शामिल हुआ था। पिछले कुछ दिनों पूर्व संक्रमित व्यक्ति एच्छर गांव की मस्जिद में आया था। वहां पर रुका भी था। साथ ही गांव में रहने वाले लोगों के संपर्क में भी आया था। संक्रमित से पूछताछ करने के बाद पुलिस-प्रशासन को सारी जानकारी हुई। जिसके बाद प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग की टीम सक्रिय हो गई। मंगलवार शाम को गांव पहुंचकर लोगों की पहचान की गई। विभाग के वाहन ले जाकर सभी को क्वारंटाइन सेंटर पर भर्ती कराया गया। जिला प्रशासन पूरे गांव को सैनिटाइज कराएगा।