रेलकर्मियों को सैनिटाइज करने के लिए रेलवे ने खोजा अनूठा तरीका, हो रही सराहना
गाजीपुर न्यूज़ टीम, बरेली. इज्जतनगर रेल मंडल ने कोरोना संक्रमण से अपने कर्मचारियों को बचाने के लिए दो दिन में सैनिटाइजिंग टनल बना ली। ट्रायल के तौर पर यांत्रिक कारखाना में लगाई गई इस टनल से गुजरते वक्त कर्मचारी चंद सेकेंड में सैनिटाइज्ड हो रहे। इस मॉडल का प्रस्ताव पूवरेत्तर रेल मंडल मुख्यालय, गोरखपुर को भेजा जा चुका है। वहां से स्वीकृति के बाद जरूरत पर ऐसे और कोच बनाए जा सकेंगे।
इज्जतनगर मंडल के यांत्रिक कारखाना में इन दिनों आइसोलेशन कोच बनाए जा रहे हैं। इसके लिए 52 कर्मचारियों की ड्यूटी लगी है। उन्हें संक्रमण से बचाने के लिए कारखाना के पुराने सामान से सैनिटाइजिंग टनल बना ली गई। फैब्रिकेशन एवं पेंट शॉप के इंजीनियरों ने इसका सुझाव कारखाना प्रबंधक राजेश अवस्थी को दिया तो उन्होंने हामी भरी। जिसके बाद मंगलवार को पुराने अतिरिक्त पड़े ट्वाय ट्रेन के कोच में टनल बनाने बनाने का काम शुरू कर दिया गया जोकि गुरुवार को बन गई।
उसमें आठ स्प्रे मशीनें लगाई गईं। जिसमें दो चेहरे पर और बाकी छह सीने से पैरों तक का हिस्सा कवर करने के लिए हैं। इन स्प्रे मशीनों को एक हजार लीटर के टैंक से जोड़ा गया है। जिसमें सैनिटाइजर भरा है। मोटर के जरिये इस टैंक से सैनिटाइजर स्प्रे मशीनों तक पहुंचता है। टनल में सेंसर लगाया गया है। पैर रखते ही सेंसर काम करते हैं और स्प्रे मशीनें सैनिटाइजर फेंकने लगती हैं।
अभी इस टनल को प्रशासनिक गेट पर रखा गया है। इनमें जो सैनिटाइजर उपयोग हो रहा, वह भी कारखाना में ही तैयार किया गया है। इस मॉडल को स्वीकृति के लिए गोरखपुर मुख्यालय भेजा गया है। वहां से स्वीकृति के बाद यदि जरूरत पड़ी तो खाली एवं पुराने कोच से और सैनिटाइजिंग टनल बनाई जा सकेंगी। जिनका अलग जगहों पर उपयोग हो सकता है।
पूवरेत्तर रेल मंडल मुख्यालय भेजा डिजाइन
इज्जतनगर मंडल के जनसंपर्क अधिकारी राजेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि यांत्रिक कारखाना इज्जतनगर ने सैनिटाइजिंग टनल बनाई है। इसकी डिजाइन स्वीकृति के लिए पूवरेत्तर रेल मंडल मुख्यालय भेजी गई है। वहां से संस्तुति के बाद जरूरत पड़ने पर ऐसी और टनल भी बनाएंगे।