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पलक झपकते हो गया जीरो बैलेंस, हैकरों ने बैंक ऑफ इंडिया के 21 खाताधारको को लगाया करोड़ो का चूना

गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ। कानपुर जिले के बैंक ऑफ इंडिया की महाराजपुर शाखा के करीब खाता धारकों के उस समय होश उड़ गए और मुहं से सिर्फ अरे…अरे… ये क्या के बोल ही निकले जब उनके खाते से रकम निकलते ही जीरो बैलेंस हो गया। बैंक के 21 खाताधारकों को 1.20 करोड़ का चूना लगा है। मामले को संज्ञान में लेकर आंचलिक शाखा प्रबंधक ने जांच टीम गठित करके खाता धारकों को रकम वापसी का भरोसा दिया है। वहीं हंगामे की आशंका को देखते हुए बैंक शाखा के बाहर पुलिस बल तैनात किया गया। महाराजपुर निवासी सतीश, लल्लन व पूती 10 दिन पहले अपने खातों की जानकारी के लिए बैंक गए थे। उनके बचत खाते में तकरीबन 21 लाख रुपये थे। बैंक पहुंचने पर पता चला कि ये पैसा निकाल लिया गया है। 

उन्होंने शाखा प्रबंधक मनीष सागर से शिकायत की। यह मामला खुलने के बाद और लोगों ने अपने खातों की जांच कराई तो पता चला कि बहुत से लोगों के खातों से धनराशि निकाली गई है। इसे लेकर खाताधारकों ने बैंक शाखा के बाहर हंगामा किया तो आंचलिक प्रबंधक प्रशांत सिंह ने तुरंत जांच टीम गठित कर दी। जांच के दौरान पाया गया कि 15 सावधि जमा और 6 बचत खातों से तकरीबन 1.20 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए गए हैं। तीन उपभोक्ताओं ने खाते से रकम गायब होने की लिखित शिकायत भी की है।

बैंक की आंतरिक जांच में पता चला कि हाथीपुर निवासी दिहाड़ी कर्मचारी पंकज गुप्ता ने 21 ग्राहकों के खातों से तकरीबन 1.20 करोड़ रुपये अपने रिश्तेदारों के खाते में ट्रांसफर कर दिए थे। यह खेल उसने कर्मचारियों की आइडी और पासवर्ड के जरिए किया। शाखा प्रबंधक मनीष सागर ने बताया कि जांच में पुष्टि हुई है कि हाथीपुर निवासी दिहाड़ी कर्मचारी पंकज गुप्ता ने बैंक कर्मी का पासवर्ड चुराकर धन स्वजनों व दोस्तों के खातों में स्थानांतरित किया था। बचत खातों से 50 लाख व एफडी का 70 लाख रुपये ट्रंासफर किया गया है। अभी तक 21 खातों से धन निकालने की जानकारी हो चुकी है। खाताधारकों का जितना धन निकाला गया है, वह ब्याज सहित उनके खाते में डाला जाएगा। –मामले की जांच के लिए टीम गठित कर दी है। जांच पूरी होने के बाद रिपोर्ट दर्ज कराई जाएगी। दिहाड़ी कर्मचारी के साथ जो भी अधिकारी या कर्मी दोषी होगा उस पर भी कार्रवाई होगी।
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