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शिक्षामित्रों के लिए बड़ी खुशखबरी! 'होली से पहले मिल जाएगा बकाया मानदेय'

हालांकि शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने नाम ना छापने की शर्त पर यह बताया कि होली के पहले शिक्षामित्रों का भुगतान हो पाना संभव नहीं है. ऐसा इसलिए क्योंकि कामकाज के दो ही दिन विभागों और बैंक में बचे हैं.
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. प्रदेश के प्राथमिक स्कूलों (Primary Schools) में पढ़ाई का काम संभालने वाले शिक्षामित्रों (Shikshamitras) के लिए होली के त्योहार में बड़ी खुशखबरी मिलने वाली है. दरअसल बेसिक शिक्षा महानिदेशक विजय किरन आनंद ने दावा किया है कि शिक्षामित्रों का बकाया मानदेय होली से पहले मिल जाएगा. आनंद ने न्यूज 18 से खास बातचीत में बताया कि केंद्र सरकार से शिक्षा मित्रों के मानदेय का फंड मिल गया है और वित्त विभाग से स्वीकृत भी हो गया है. शुक्रवार की शाम तक मानदेय भुगतान का शासनादेश राज्य सरकार की तरफ से हो जाएगा. उन्होंने बताया कि शासनादेश होने के तत्काल बाद इसे ट्रेजरी को भेज दिया जाएगा और फिर ट्रेजरी से शिक्षामित्रों के खाते में 2 महीने का बकाया मानदेय पहुंच जाएगा.

हालांकि शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने नाम ना छापने की शर्त पर यह बताया कि होली के पहले शिक्षामित्रों का भुगतान हो पाना संभव नहीं है. ऐसा इसलिए क्योंकि कामकाज के दो ही दिन विभागों और बैंक में बचे हैं. आज शुक्रवार को यदि शासनादेश हो जाता है तो इस शासनादेश के ट्रेजरी में पहुंचने और वहां से पैसा सर्व शिक्षा अभियान के खाते में पहुंचने और फिर उसे शिक्षामित्रों के खाते में पहुंचाना अगले 1 दिन में संभव नहीं हो पाएगा. सोमवार 9 मार्च और मंगलवार 10 मार्च को होलिका दहन और होली की और होली की छुट्टी है. लिहाजा शिक्षामित्रों का होली से पहले भुगतान संभव नहीं दिख रहा है. एक उम्मीद यह है कि पूरा सिस्टम लग के काम करे तो शायद यह संभव भी हो जाये.

बता दें कि शिक्षामित्रों को हर महीने 10 हजार रुपए मानदेय के रूप में मिलता है. प्रदेश में 1,62000 शिक्षामित्र हैं. इनका 2 महीने जनवरी और फरवरी का मानदेय अभी तक नहीं मिला है. इसके पीछे केंद्र सरकार से फंड न मिलने का हवाला शिक्षा विभाग के द्वारा दिया गया था. शिक्षामित्रों को मिलने वाले मानदेय का 65 फ़ीसदी पैसा केंद्र सरकार जबकि 35 फीसदी पैसा राज्य सरकार देती है. होली के त्योहार के पहले 2 महीने का मानदेय बकाया शिक्षामित्रों पर बहुत भारी पड़ रहा है.
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