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मदद के लिए आगे आईं सोनिया गांधी, नाराज लोग बोले- सबसे बड़ी भूल, तुमको किया कुबूल

रायबरेली से सांसद और कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने अपने संसदीय क्षेत्र की जनता की कोरोना वायरस से सुरक्षा के लिए जिला प्रशासन को पूरी सांसद निधि का इस्तेमाल करने की पेशकश की है.
गाजीपुर न्यूज़ टीम, रायबरेली. भारत में कोराना वायरस (Coronavirus) के लगातार बढ़ रहे खतरे को देखते तमाम लोग मदद को आगे आ रहे हैं. ऐसे में रायबरेली से सांसद और कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने भी एक बड़ी पहल की है. उन्होंने अपने संसदीय क्षेत्र रायबरेली की जनता की कोरोना वायरस से सुरक्षा के लिए जिला प्रशासन को पूरी सांसद निधि का इस्तेमाल करने की पेशकश की है. वहीं इस विषम परिस्थिति में इतने दिनों तक किसी भी तरह की प्रतिक्रिया न आने से नाराज रायबरेली जागरूकता मंच ने शुक्रवार को उनके लापता होने का पोस्टर लगाया और लिखा कि तुम्हारा हाथ... नहीं हमारे साथ! सबसे बड़ी भूल, तुमको किया कबूल.

बता दें कि सोनिया गांधी कई बार से रायबरेली की सांसद है और इस बार प्रचंड मोदी लहर होने के बावजूद भी उनको यंहा से जीत मिली, लेकिन काफी लंबे समय से बीमार होने के कारण वो रायबरेली की जनता से रूबरू नहीं हुई. सोनिया गांधी ने रायबरेली की डीएम को पत्र लिख कर सांसद निधि का प्रयोग कोरोना महामारी से निपटने के साथ गरीबों की मदद करने के लिए पत्र लिखा है.

सोनिया गांधी ने यूपी सरकार से इसके साथ ही इस बात की भी गुजारिश की है कि बुजुर्ग व्यक्तियों और दिहाड़ी मजदूरों का इस दौरान खास ख्याल रखा जाए. लेकिन उनके पत्र आने के बाद रायबरेली जागरूक मंच द्वारा जारी पोस्टर ने इस कठिन समय मे राजनीति करने वालों एक मौका दे दिया है.
गौरतलब है कि इस महामारी से लड़ने के लिए जिले के विधायकों और एमएलसी पहले ही आर्थिक मदद का ऐलान कर चुके हैं जबकि अब कोरोना जैसी त्रासदी के कई दिन बीतने पर भी सोनिया गांधी की तरफ से कोई मदद न मिलने व कोई संदेश जारी नहीं होने से नाराज होकर रायबरेली जागरूकता मंच ने वीरा पासी द्वार पर उनके लापता होने का पोस्टर चस्पा कर दिया जो लोगों की जुबान पर चर्चा का केंद्र बना हुआ है.

UP कहां कितने संक्रमित
जानकारी के मुताबिक, अब तक नोएडा में 18, आगरा में 9, लखनऊ में 8, गाजियाबाद में 5 और पीलीभीत, लखीमपुर खीरी, मुरादाबाद, वाराणसी, कानपुर, जौनपुर, शामली और बागपत में 1-1 पॉजिटिव व्यक्ति मिला है. वहीं जांच में अब तक कुल 1493 टेस्ट निगेटिव पाए गए. 95 के टेस्ट का इंतजार है. इसके अलावा अंतरराष्ट्रीय सीमा पर 15 लाख 43 हजार से ज़्यादा लोगों की स्कैनिंग हुई है. नेपाल-भारत बॉर्डर पर 2188 गांव में सैनेटाइजेशन किया गया.
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