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UP के 900 जन-औषधि केंद्रों को पीएम मोदी करेंगे संबोधित, लाभार्थियों से भी करेंगे संवाद

PMJAY के तहत जन औषधि केंद्र खोलने में सरकार की तरफ से लोगों को अनुदान भी दिया जा रहा है. गरीबों तक सस्ती और सही दवाई पहुंच सके इसी उद्देश्य को लेकर शनिवार को प्रदेश के 900 जन-औषधि केंद्रों पर सुबह दस बजे प्रधानमंत्री (pmmodi) का संबोधन लोग सुनेंगे...
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ. जन औषधि केंद्रों (Pradhan Mantri Jan-Aushadhi Center) पर शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime minister Narendra Modi) का संबोधन जनता के नाम होगा जिसे लेकर प्रदेश के 900 सौ जन औषधि केंद्रों पर उत्साह का माहौल है क्योंकि कुछ केंद्रों पर पीएम मोदी लोगों से संवाद भी करेंगे. जन औषधि योजना भारत के प्रधानमंत्री ‪नरेन्द्र मोदी‬ द्वारा ‬1 जुलाई 2015 को शुरु की गई थी. इस योजना में सरकार उच्च गुणवत्ता वाली Generic दवाईयों के दाम बाजार मूल्य से कम पर देने की योजना है. सरकार द्वारा 'जन औषधि स्टोर' बनाए गए हैं, जहां जेनरिक दवाईयां उपलब्ध करवाई जाती हैं.

पीएम मोदी की महत्वाकांक्षी योजना
यूपी बीजेपी के महामंत्री विजय बहादुर पाठक ने बातचीत में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजनाओं में से एक है जन-औषधि केंद्र योजना. उन्होंने कहा कि PMJAY के तहत जन औषधि केंद्र खोलने में सरकार की तरफ से लोगों को अनुदान भी दिया जा रहा है. गरीबों तक सस्ती और सही दवाई पहुंच सके इसी उद्देश्य को लेकर कल प्रदेश के 900 जनऔषधि केंद्रों पर सुबह दस बजे प्रधानमंत्री का संबोधन लोग सुनेंगे. कुछ केंद्रों पर प्रधानमंत्री से संवाद करने की भी सुविधा रहेगी.

बता दें कि जेनरिक दवाईयां ब्रांडेड दवाईयों के मुकाबले सस्ती होती हैं, जबकि प्रभावशाली उनके बराबर ही होती है. प्रधानमंत्री जन औषधि अभियान मूलत: जनता को जागरूक करने के लिए शुरू किया गया है ताकि जनता समझ सके कि ब्रांडेड मेडिसिन की तुलना में जेनेरिक मेडिसिन कम मूल्य पर बाजार में उपलब्ध हैं साथ ही इसकी गुणवत्ता में किसी तरह की कमी नहीं हैं. मार्केट में मौजूद इन जेनेरिक दवाओं को आसानी से प्राप्त किया जा सकता है. इसी उद्देश्य को समझाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी लोगों को संबोधित करेंगे. इस योजना के तहत आम नागरिकों को बाजार से 60 से 70 फीसदी कम कीमत पर दवाइयां मुहैया कराने के उद्देश्य से प्रदेश में लगभग 900 जन औषधि केंद्र खोले गए हैं. जन औषधि केंद्र शुरू करने के लिए सबसे पहले आपको भारत देश का नागरिक होना चाहिए. कोई भी व्यक्ति या कारोबारी, अस्पताल, गैर सरकारी संगठन, फार्मासिस्ट, डॉक्टर और मेडिकल प्रेक्टिशनर जन-औषधि केंद्र खोलने के लिए आवेदन कर सकता है.

जन-औषधि केंद्र खोलने के लिए आप भी कर सकते हैं आवेदन
अगर जन औषधि केंद्र खोलने का इच्छुक व्यक्ति अनुसूचित जाति या अनुसूचित जनजाति से ताल्लुक रखता हो अथवा दिव्यांग हो तो भारत सरकार की तरफ से वितीय सहायता भी उपलब्ध कराई जाती है. जन औषधि केंद्र शुरू करने के लिए आवेदन करने वाले को आधार कार्ड एवं पैन कार्ड की जरूरत होगी. अगर कोई गैर सरकारी संगठन (NGO), फार्मासिस्ट, डॉक्टर और मेडिकल प्रैक्टिशनर जन औषधि केंद्र खोलने के लिए आवेदन करता है तो उसे आधार कार्ड, पैन, संस्था बनाने का सर्टिफिकेट एवं उसका रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट देना होगा. 

PMJAY के तहत औषधि केंद्र खोलने के लिए स्थान को भी आवेदन के समय दर्शाना होगा. प्रधानमंत्री के संबोधन के दौरान सभी लाभार्थी, बीजेपी के जनप्रतिनिधि और दुकानदार मौजूद रहेंगे. प्रधानमंत्री का यह संबोधन उत्तर प्रदेश के 900 केंद्रों के साथ-साथ देश के 6200 केद्रों पर सुना जाएगा.
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