मऊ में 31 मार्च तक अघोषित लाकडाउन, दुकानें बंद
गाजीपुर न्यूज़ टीम, मऊ वैश्विक महामारी कोरोना से जंग को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के रविवार को किए गए जनता कर्फ्यू के बाद सोमवार को सड़कों पर एकाएक रेला टूट पड़ा। बाजारों में बढ़ी भीड़ को देख जिला प्रशासन को कड़ा निर्णय लेना पड़ा। कलेक्ट्रेट सभागार में डीएम ज्ञानप्रकाश त्रिपाठी व एसपी ने सड़कों पर उतरी भीड़ को देख कड़े फैसले लिए गए। डीएम ने कहा कि अगर कोरोना से लड़ी जा रही वैश्विक जंग में जीत हासिल करना है तो आमजन को सहभागिता देनी होगी।
प्रेसवार्ता में डीएम ने बताया कि जिस प्रकार जनता कर्फ्यू में आमजन ने सहयोग किया था, उसी प्रकार के निरंतर सहयोग की आवश्यकता है। बताया कि 31 मार्च तक जिले में केवल आवश्यक वस्तुओं जैसे मेडिकल, किराना की दुकान आदि को छोड़कर सभी दुकानें बंद रहेंगी। सड़कों पर पूरी तरह से आवागमन बंद रहेगा, केवल जरूरतमंद ही निकलेंगे। पड़ोस के जिले वाराणसी, आजमगढ़ लाक डाउन हो चुके हैं, ऐसे में मऊ के लोग संयम का परिचय दें और महामारी से जंग जीतने का जज्बा दिखाएं। उन्होंने कहा कि मुंबई, दिल्ली से अगर कोई आ रहा है तो अफवाह फैलाई जा रही है। लोगों को यह समझना होगा कि हर कोई संक्रमित नहीं, बल्कि उस व्यक्ति को घर में ही 14 दिन आइसोलेट होने दें। बेवजह अफवाह न फैलाएं। एसपी ने कहा कि एहतियात के तौर पर जनपदीय सीमाओं पर चौकसी बढ़ा दी गई है। यहां से हर एक गुजरने वालों से पूछताछ के बाद ही आने-जाने दिया जाएगा। साथ ही डायल 112 को चक्रमणशील कर दिया गया है। पुलिस अपने क्षेत्रों में लोग को घरों में रहने की सलाह दे रही है।
न हो परेशान, डायल 112 है ना
एसपी के अनुसार में एहतियात के तौर पर दुकानें, बाजार आदि बंद कराए गए हैं परंतु इससे किसी को घबराने की जरूरत नहीं है। बुजुर्गों को जरूरत के सामानों की खरीदारी करनी है तो वे डायल 112 को सूचना दें, पुलिस सामान उनके घर तक ले जाएगी। इसी तरह महिलाओं को अगर बाजार जाने की आवश्यकता पड़ती है तो वे डायल 112 या थाने की पुलिस को सूचना दें। महिला पुलिस उन्हें बाजार ले जाएंगी। चेताया कि इस घड़ी में यह ख्याल रहे कि इस सुविधा का मिस यूज न हो।