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लाकडाउन: लोगों की परेशानियों पर लगा रहे इंसानियत का मरहम

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर लाकडाउन की वजह से ट्रेन और यात्री बसों का संचालन बंद होने से गैर जिलों और प्रांतों से पैदल ही लोगों द्वारा अपने घरों को जाने का सिलसिला जारी है। इन पदयात्रियों में अधिकांश संख्या युवाओं की दिखाई दे रही है। बातचीत में ऐसे लोगों ने बताया कि साधन न मिलने से पैदल चलने में कष्ट तो हो रहा है, लेकिन रास्ते में लोग इंसानियत का परिचय देते हुए इस कदर आवभगत कर रहे हैं मीलों की यात्रा की थकावट पल भर में कम हो जा रही है। लोगों की तरफ से पेट भरने, प्यास बुझाने के साथ ही आर्थिक मदद भी की जा रही है। कोरोना वायरस से बचाव के लिए सरकार की ओर से किए गए लाकडाउन का हर कोई समर्थन कर रहा है। गैर जिलों और प्रांतों से पैदल ही तमाम लोगों के घरों को लौटने का सिलसिला जारी है। 


नगर के गोराबाजार में बन रहे मेडिकल कालेज के निर्माण कार्य में लगे गोरखपुर निवासी पवन और नगर के महुआबाग में स्थित एक खान-पान की दुकान में काम करने वाले यहीं के निवासी सत्येंद्र कुशवाहा शनिवार को पैदल ही घर के लिए रवाना हुए। गाजीपुर-बारा मार्ग पर स्थित हमीद सेतु से होते हुए पैदल अपने घर सीतापुर जाते हुए रमेश कनौजिया, उमेश चौहान, मनोज वाजपेयी, सिकंदर साह, जनमेजय कुमार, उमेश दास, मोहम्मद करीम, बाला किशुन, महेंद्र राजभर, जबकि वाराणसी से सैयदराजा पैदल जमानिया से मेदिनीपुर होकर सुखदेवपुर चौराहा होते हुए कुशीनगर पडरौना जा रहे राजबली राम, रविंद्र, गुड्डू, पंकज कुमार, कमलेश प्रसाद, कमलेश यादव, सिकंदर कुमार आदि ने बताया कि वाहन न मिलने से हम लोग पैदल ही घर के लिए रवाना हो गए। परेशानी के संबंध में पूछने पर उन्होंने कहा कि हम लोग सरकार के फैसले का स्वागत करते हैं। उसका यह फैसला आम जनता की सुरक्षा के लिए लिया गया है। साधन न मिलने से पैदल चलने में हम लोगों को कष्ट तो जरूरत हो रहा है, लेकिन रास्ते में जगह-जगह लोगों की तरफ से भोजन उपलब्ध कराकर पेट भरने के साथ ही हम लोगों की प्यास बुझाई जा रही है। यही नहीं लोगों की तरफ आर्थिक सहायता भी की जा रही है।


व्यवसायी विनय गुप्ता भोजन संग जरुरतमंदों को कर रहे हैं आर्थिक मदद
गाजीपुर। जब ऊपर वाले ने मुझे धन दिया तो इससे दूसरों को राहत में पहुंचाना मेरा धर्म बनता है। अगर मेरी थोड़ी सी पहल से किसी का पेट भर जाए, प्यास बुझ जाए और मेरे तरफ से की गई मदद से उसकी परेशानियां कुछ कम हो जाए तो मेरे लिए इससे बड़ी कोई पूजा नहीं है। अगर इंसान ही इंसान के काम नहीं आएगा तो कौन आएगा। यह कहना था सुखदेवपुर चौराहा पर मिष्ठान की दुकान चलाने वाले विनय गुप्ता का जो पिछले तीन दिनों से पैदल घरों को लौट रहे लोगों को भोजन कराने के साथ ही उनसे पूछकर आर्थिक मदद भी कर रहे हैं। 

गाजीपुर न्यूज़ की टीम के पहुंचने पर पहले तो उन्होंने फोटो खींचने और उनके द्वारा किए जा रहे समाजसेवा की खबर को प्रकाशित न किए जाने की अपील की, लेकिन बात करने पर कहा कि अच्छा नहीं लगता है नेकी कर किसी से बताया जाए। कहा कि जब तक लाकडाउन है, तब तक मेरी तरफ से लोगों की सेवा का कार्य जारी रहेगा। विनय की इस सोच को वहां मौजूद लोगों ने सलाम किया। उधर जमानिया तिराहा पर स्थित मिष्ठान व्यवसायी की दुकान का नजारा भी देखने लायक था। यहां पर पैदल घर लौट रहे लोगों के लिए भोजन बनाया जा रहा है। व्यवसायी विवेक कुमार गुप्ता और गुड्डू यादव ने बताया कि पैदल घरों को जाने वालों को भोजन, मिठाई के साथ ही पानी का वितरण किया जा रहा है।


घूमकर लोगों को खिलाते रहे खिचड़ी
गाजीपुर। लाकडाउन की वजह से गरीबों को किसी प्रकार की परेशानी न हो, इसके लिए शनिवार को उत्तर प्रदेश उद्योग व्यापार मंडल के परवेज जमाल, नवीनचंद जायसवाल, अच्छेलाल कुशवाहा, विजयशंकर सहित अन्य पदाधिकारी ई-रिक्शा में बड़े भगौना में खिचड़ी और पानी लेकर निकले थे। इनकी तरफ से जो भी पैदल घरों को जाता हुए नजर आ रहा था, उसे रोककर भोजन-पानी उपलब्ध करा रहे हैं। इसके साथ ही मलिन सहित अन्य बस्तियों में भी इनकी तरफ से भोजन का वितरण किया गया। उधर मिश्रबाजार निवासी फेंकू गुप्ता और गोपाल गुप्ता भी पैदल घरों को जा रहे लोगों को खाना का पैकेट और बंद बोतल पानी उपलब्ध कराते नजर आए।

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