काशी विद्यापीठः 15 मार्च से शुरू होगी दाखिले की दौड़, ऑनलाइन हो जाएंगे प्रवेश फार्म
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी के महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में प्रवेश लेना चाहते हैं तो तैयारी कर लीजिये। नए सत्र में दाखिले के लिए प्रवेश फार्म 15 मार्च से ऑनलाइन हो जाएंगे। एक-दो दिन के भीतर प्रवेश समिति की बैठक में प्रवेश प्रक्रिया का अनुमोदन होने वाला है। करीब साठ पाठ्यक्रमों में दाखिले के लिए एक महीने तक प्रवेश परीक्षा के फार्म मिलेंगे। जिन पाठ्यक्रमों में मानक से ज्यादा फार्म आएंगे, उनमें प्रवेश परीक्षा कराई जाएगी। प्रवेश परीक्षा 25 से 31 मई के बीच होगी।
बीस जून तक प्रवेश परीक्षाओं के रिजल्ट प्रकाशित हो जाएंगे। 25 जून से काउंसिलिंग शुरू हो जाएगी। 15 जुलाई तक विश्वविद्यालय प्रशासन दाखिले की प्रक्रिया पूरी करा लेने की तैयारी में है। पिछली बार काउंसिलिंग तो समय से हो गई थी। मगर अभ्यर्थियों के दस्तावेजों को सत्यापन में काफी समय लग गया। प्रक्रिया को लेकर छात्रों ने काफी हंगामा मचाया था। कई विभागों की प्रवेश प्रक्रिया लटक गई।
विश्वविद्यालय प्रशासन का कहना है कि काउंसिलिंग की प्रक्रिया पूरी पिछले साल की तरह ऑनलाइन होगी। इस बार एक साथ कई पाठ्यक्रमों के अभ्यर्थियों के अभिलेखों का सत्यापन एक साथ कराया जाएगा, जिससे काउंसिलिंग की प्रक्रिया तेजी से सम्पन्न हो जाए। छात्रों की सहूलियत का पूरा ध्यान रखा जाएगा। कुलसचिव डॉ. साहब लाल मौर्य ने बताया कि प्रवेश समिति की बैठक शीघ्र होने वाली है। इसमें नए सत्र में प्रवेश से सम्बिन्धित निर्णय लिया जाएगा। प्रवेश समिति की अनुमति मिलते ही प्रवेश परीक्षा के फार्म और ब्रोशर्स वेबसाइट पर अपलोड कर दिया जाएगा।
पीएचडी प्रवेश परीक्षा के रिजल्ट के लिए एक सप्ताह का और इंतजार
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में पीएचडी प्रवेश परीक्षा के अभ्यर्थियों को रिजल्ट के लिए अभी एक सप्ताह का और इंतजार करना पड़ेगा। शोध में पंजीकरण के लिए प्रवेश परीक्षा सात-आठ फरवरी को हुई थी। इसमें विश्वविद्यालय और सम्बद्ध कॉलेजों की 531 सीटों के लिए तीन हजार से अधिक परीक्षार्थी शामिल हुए थे। उम्मीद थी एक महीने में रिजल्ट आ जाएगा।
विश्वविद्यालय प्रशासन ने करीब दस दिन पहले आंसर की (उत्तर माला) अपलोड कर दी थी। उस पर 47 आपत्तियां आईं। कुलसचिव डॉ. साहब लाल मौर्य का कहना है कि आपत्तियों के निस्तारण के लिए दो दिन का समय और मांग लिया है। इससे थोड़ी देर हो रही है। आपत्तियों का निस्तारण होने के बाद रिजल्ट के प्रकाशन से पहले विश्वविद्यालय प्रशासन फिर उसकी जांच करेगा। उसके बाद परीक्षाफल प्रकाशित कर दिया जाएगा। कुलसचिव का कहना है कि अधिकतम एक सप्ताह में रिजल्ट का प्रकाशन हो जाएगा। इसके बाद उसे संबंधित विभागों को भेजा जाएगा।
विश्वविद्यालय में तीन साल के अंतराल के बाद प्रवेश परीक्षाएं हुई हैं। इसलिए काफी संख्या में छात्रों को रिजल्ट को लेकर उत्सुकता है।