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गोरखपुर खाद कारखाना के लिए 224 पहिया के ट्रेलर से आ रही यह मशीन

गाजीपुर न्यूज़ टीम, जल मार्ग का सफर पूरा करने के बाद गुजरात से आई 650 मीट्रिक टन वजनी अमोनिया कन्वर्टर मशीन गोरखपुर आ रही है। मशीन के वजन को देखते हुए 224 पहिये वाले विशेष ट्रेलर पर मशीन को रखा गया है। 15 दिन में मशीन हिंदुस्‍तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड (एचयूआरएल) के खाद कारखाना पहुंचने की उम्मीद है। जापान से आई कार्बामेट कंडेंसर समेत अन्य तीन मशीनें भी जल्द भेजी जाएंगी।

जापान और गुजरात से आने वाली चार मशीनें बिहार के बरौनी से पहले नदी में पानी कम होने के कारण तकरीबन दो महीने खड़ी रहीं। नदी में खोदाई कर पानी बढ़ाया गया तो रास्ते में पीपे का पुल होने के कारण जहाज को पटना से पहले रोकना पड़ा। 10 दिन पहले मशीनें लेकर पानी के जहाज बिहार के डोरीगंज स्थित बंदरगाह पहुंचे।

इस रूट से आएगी मशीन
छपरा के डोरीगंज से मसरह, गोपालगंज, फाजिलनगर, कुशीनगर, हाटा, कप्तानगंज, परतावल, भटहट, झुंगिया एसएसबी गेट के रास्ते मशीनों को खाद कारखाना परिसर में पहुंचाया जाएगा।

यह है मशीनों की विशेषता
कार्बामेट कंडेंसर : जापान से आ रही इस मशीन की लंबाई 29.9 मीटर, चौड़ाई 6.5 मीटर और ऊंचाई 5.9 मीटर है। मशीन का वजन 521 मीट्रिक टन है।

अमोनिया कन्वर्टर : गुजरात से आ रही इस मशीन की लंबाई 36 मीटर, चौड़ाई 6.5 मीटर और ऊंचाई 5.61 मीटर है। इस मशीन का वजन 574 मीट्रिक टन है। यह सबसे वजनी और लंबी मशीन है।

यूरिया स्ट्रिपर : गुजरात से आ रही इस मशीन की लंबाई 15.7 मीटर, चौड़ाई 6.5 मीटर और ऊंचाई 5.9 मीटर ह।ै इस मशीन का वजन 361 मीट्रिक टन है।

यूरिया रिएक्टर : गुजरात से आ रही इस मशीन की लंबाई 27.4 मीटर, चौड़ाई 6.5 मीटर और ऊंचाई 5.4 मीटर है। यह मशीन 352 मीट्रिक टन की है।

जापान और गुजरात से आईं चार मशीनें डोरीगंज पहुंच गई हैं। वहां से मशीनों को विशेष ट्रेलर पर रखकर खाद कारखाना ले आया जाएगा। एक मशीन ट्रेलर से आ रही है। इसके 15 दिन में गोरखपुर पहुंचने का अनुमान है। - सुबोध दीक्षित, वरिष्ठ प्रबंधक, एचयूआरएल गोरखपुर प्रोजेक्ट
 
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