गाजीपुर: दो धमाके हुए और धुंआ-धुंआ हो गई बोगी
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर मरदह प्रयागराज गाजीपुर डेमू ट्रेन में शुक्रवार की देर रात्रि लोहता-वाराणसी के बीच एक नहीं, बल्कि दो धमाके हुए और बोगी धुंआ-धुंआ हो गई। यह बात सभी चारों घायलों ने बताई जो गाजीपुर के ही रहने वाले हैं। प्राथमिक उपचार के बाद जीआरपी वाराणसी ने सभी को उनके घर पहुंचाया। युवकों के घर पहुंचने पर उनके परिजनों ने राहत की सांस ली, जबकि इनके घर पर कुशल जानने के लिए ग्रामीणों का तांता लगा रहा।
हादसे में घायल मरदह थाना के उचौर गांव निवासी गोविद कुशवाहा (20) व उसका भाई जयहिद कुशवाहा (18), नसीरुद्दीनपुर निवासी आरिफ (25), दुर्खुशी निवासी रवि सिंह (22) एवं जंगीपुर के अरसदपुर निवासी अजय यादव (18) ही बोगी में सवार थे। यह पांचों युवक इलाहाबाद में रहकर प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करते हैं। होली पर्व पर सभी घर आ रहे थे। सभी इलाहाबाद में अलग-अलग स्थान पर रहते हैं। वाराणसी व लोहता के बीच में जब यह हादसा हुआ सभी गहरी निद्रा में सो रहे थे। बोगी के बाहर एक धमाका होने के लगभग दो मिनट बाद ही बाहर से किसी अज्ञात वस्तु के फेंके जाने और पुन: बोगी में धमाका होने की बात सभी ने स्वीकार की। अचानक यह सब कुछ होने से उनकी कुछ समझ में नहीं आया और अनहोनी की आशंका से उनकी स्थिति बदहवासों सी हो गई। अन्य यात्रियों में भी चीख-पुकार मच गई।
धमाके में खिड़की की तरफ बैठा आरिफ सर्वाधिक चोटिल है। उसका पूरा चेहरा एवं दाहिना हाथ जख्मी है। जयहिद कुशवाहा के सिर में जख्म है और गोबिद कुशवाहा के दाहिने हाथ के नीचे बांह में जख्म है। संयोग रहा कि इनके बगल में बैठे रवि सिंह को कहीं खरोंच भी नहीं है। मरदह थाने की पुलिस ने भोर में तीनों युवकों के घर पर युवकों के चोटिल होने की सूचना भेजवायी थी । जब वाराणसी जीआरपी के कांस्टेबल धीरज मिश्रा एवं जनार्दन यादव इन युवकों को वाहन द्वारा अपने साथ लेकर उनके घर पहुंचे तो परिजनों ने राहत की सांस ली। इस मौके पर ग्रामीणों की काफी भीड़ मौके पर जुटी रही।