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गाजीपुर: पैदल ही पटना से पहुंचे गाजीपुर, जाना है राजस्थान

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर बारा कोरोना वायरस को लेकर पूरे देश में लॉकडाउन होने से ट्रेन व बसों का संचालन बंद हो गया है। राजस्थान के रहने वाले चार लोग पटना में फंस गए थे। वे पैदल ही राजस्थान के लिए निकल लिए। 150 किमी की दूरी नापने के बाद वह गुरुवार को बारा में पहुंचे। यहां ग्रामीणों ने उनका सत्कार किया।

राजस्थान के रहने वाले जगदीश प्रसाद, बालमुकुंद, भीमराज, पप्पू लाल एक जत्थे के रूप में दोपहर में ताड़ीघाट-बारा मार्ग पर बारा फुटबॉल क्लब मैदान के सामने से गुजर रहे थे। इस पर दैनिक 'जागरण प्रतिनिधि' ने रोककर पूछा कि कहां जा रहे हैं। पहले तो वे पूछताछ के डर से सहम गए। जब उन्हें खुद का परिचय दिया तो बताया कि सभी लोग यजमानी का काम करते हैं। इसी सिलसिले में पटना गए थे। इस बीच पूरे देश में 21 दिन का लॉकडाउन हो गया। बताया कि मंगलवार को वे पटना से राजस्थान जाने के लिए निकल पड़े। रास्ते में कहीं भी वाहन नहीं मिल रहे हैं।

ग्रामीणों ने कराया भोजन
करीब डेढ़ सौ किलोमीटर पैदल चलने के बाद वे बारा पहुंचे। इस दौरान ग्रामीणों ने उन्हें भोजन कराया। बारा तक आने के बाद भी उन्हें कोई वाहन नहीं मिला तो थक हार कर कंधे पर बैग लिए पैदल ही चल पड़े राजस्थान। सभी का कहना था कि सरकार ने लॉकडाउन तो कर दिया लेकिन उन्हें घर तक पहुंचाने की कोई व्यवस्था नहीं की है, जिससे उन्हें वाहनों के लिए भटकना पड़ रहा है। घर वाले भी हाल-चाल जानने को परेशान हैं।

12 घंटे में चले 32 किमी
खानपुर : वाराणसी के कैंट स्टेशन पर उतरे लोगों को अपने गंतव्य तक पहुंचने में काफी मशक्कत करनी पड़ रही है। गुरुवार की सुबह मऊ जिले के 18 लोग सामान के साथ पैदल ही सिधौना बाजार पहुंचे। एक साथ इतने लोगों को देख पुलिस ने उन्हें रोका और आगे बढ़ने से मना कर दिया। यात्रियों ने बताया कि देहरादून से वाराणसी आने के बाद हम लोगों को साधन नहीं मिला तो भूखे-प्यासे पैदल ही चल दिये। बाजार वासियों ने उन्हें बिस्किट का पैकेट देकर रेल लाइन के रास्ते मऊ जाने की सलाह दिया। सड़कों पर पुलिस का पहरा और ट्रेनें न चलने से खाली रेल पटरियों पर चलते हुए सभी यात्री 70 किमी दूर मऊ जाने के लिए दो मीटर की आपसी दूरी बनाकर अपने घर के लिए रवाना हो गए।

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