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गाजीपुर: किसानों के लिए आफत बनकर आई बारिश व तूफान

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर आंधी-तूफान के बीच शुक्रवार की रात हुई बारिश के साथ गिरे ओले ने किसानों के अरमानों पर पानी फेर दिया। बर्बादी की बारिश से फसलों को भारी नुकसान हुआ है। खेतों में खड़ी फसलों की व्यापक क्षति हुई है। खेतों में खड़ी गेहूं, दलहनी-तिलहनी, राई व मसूर की फसलों को भारी नुकसान हुआ है। सामने खेतों में बर्बाद फसल को देखकर रोने के सिवाय उसके लिए कोई चारा ही नहीं बचा है। वहीं बिजली के कई खम्भे गिर जाने से क्षेत्र की बिजली आपूर्ति भी बाधित हो गई है।

कासिमाबाद : तहसील क्षेत्र में बीती रात चक्रवाती तूफान व ओले संग अधिकांश क्षेत्रों में हुई झमाझम बारिश किसानों के लिए आफत बन गई। तैयारी की ओर बढ़ रही गेहूं सहित मसूर, सरसों व चना की अधिकांश फसल को बर्बाद कर बेमौसम बरसात ने किसानों की कमर तोड़ दी। चक्रवाती तूफान किसानों के लिए कहर साबित हुआ। किसानों राजेश यादव, राजबली यादव, जगदीश यादव, रामलाल, ओमप्रकाश व तबाही राजभर ने  बताया कि अब बीमा कंपनियां भी किसानों को मुआवजा देने से हाथ खड़े कर रहीं हैं। किसानों को समझ में नहीं आ रहा है कहां जाएं उनका दुखड़ा सुनने वाला कोई नहीं है। उन्होंने सरकार से मुआवजे की मांग की है।

बिरनो : क्षेत्र भड़सर, बिरनो, बरही, पांडेयपुर, बोगना, चौबेपुर, गुलालसराय आदि गांव के किसानों की आलू, चना, सरसों की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो गई है। अधिकतर गेंहू के फसल खेतों में गिर गए हैं। सुबह हुई बर्फवारी से कई घरों के टिनसेट और छप्पर भी उड़ गए है। बरही गांव के किसान वीरेंद्र सिंह, भड़सर के घूरा सिंह, तेजबहादुरसिंह आदि ने बताया कि इस प्राकृतिक तबाही से किसानों के सामने भुखमरी की समस्या आ गई है। किसान अपना सब कुछ लगाकर खेती किया था, लेकिन सब बर्बाद हो गया। ऐसे में हमे अब केवल सरकारी आपदा के मुआवजा का भरोसा है।

गहमर : किसानों ने बताया कि चना, मसूर सहित अन्य दलहनी फसलों में बारिश के पानी से उत्पादन पर असर दिखेगा। इससे किसानों की चिता बढ़ गई है। गेहूं की फसल में अब बाली निकल आई है।

किसानों पर कहर साबित हुआ बेमौसम की बरसात
दुल्लहपुर : क्षेत्र के खेतों में खड़ी गेहूं की फसलें जमीन पर आ गईं हैं। अब तक किसान अपनी फसलों को देख काफी खुश नजर आ रहे थे तथा बड़ी उम्मीद लगाए बैठे थे, लेकिन प्रकृति के आगे सभी बेबस हैं। क्षेत्र के धर्मागतपुर, मलेठी, केशरुआं, जफरपुर, सिखड़ी, तिरछी, रेवरिया, जलालाबाद, बड़ागांव, कोठियां सहित अन्य गावों में किसानों की सभी फसलों को काफी नुकसान हुआ है।

उड़ गया मुर्गी पालन केंद्र
जंगीपुर : क्षेत्र के बहलोलपुर गांव में भोर में आई चक्रवाती तूफान में श्याम नारायण कुशवाहा का मुर्गी पालन केंद्र उड़ गया। बीते वर्ष तीन लाख रुपये में बना मुर्गी पालन केंद्र में 1600 चूजे पाले गए थे। भोर में आई चक्रवाती तूफान से बड़ा नुकसान हुआ है। सेड में दब कर सभी बच्चे मर गए। बहलोलपुर निवासी रंजीत यादव का सेड तूफान में उड़ गया।

पेड़ गिरने से बाधित रहा आवागमन
मनिहारी : क्षेत्र के हंसराजपुर, बभनौली, सरौली उर्फ पहेतिया, मुबारकपुर काजी, सलेमपुर, नसीरपुर, चौकड़ी, मलिकपुरा, चौरा, पारा, अरिला, खड़वा, लालपुरहरी, सिखड़ी सहीत, सैकड़ों गांवों के किसानों की तेलहनी, दलहनी फसलों के साथ ही गेहूं की फसले वर्बाद हो गई है। वहीं छप्पर व टिन सेड उड़ गये। क्षेत्र में दर्जनों बिजली के खंभे गिरने से बिजली आपूर्ति बाधित हो गई है। वहीं हंसराजपुर-बहरियाबाद मार्ग पर पेड़ गिरने से आवागमन भी कुछ देर के लिए बाधित रहा।
 
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