सुनो सरकार! हमें भी मदद की दरकार, बिस्किट और चाय पर चल रही जिंदगी
गाजीपुर न्यूज़ टीम, एक तरफ लॉकडाउन की वजह से पूरा देश थमा हुआ है। वहीं, दूसरी तरफ कुछ गरीब और मजदूर ऐसे भी हैं जो मेट्रो स्टेशन के नीचे गुजर बसर करके अपनी जान को जोखिम में डाल रहे हैं। इनके पास न तो खाने के लिए राशन है और न ही सैनिटाइजर व मास्क। ऐसे में यहां सरकार के उन दावों की पोल खुल रही है, जिसमें यह कहा जा रहा है कि गरीबों को राशन, सैनिटाइजर और मास्क आदि मुफ्त मुहैया कराए जा रहे हैं। ये लोग सरकारी लापरवाही की वजह से भूखे पेट वक्त गुजार रहे हैं।
नोएडा के सेक्टर-59 मेट्रो स्टेशन के नीचे सोने वाले लोगों के पास खुद को कोरोना वायरस से बचाने के लिए कोई मास्क और सैनिटाइजर नहीं था। इन लोगों का कहना है कि वह 25 वर्षों से सड़कों पर रिक्शा चला रहे हैं, लेकिन इतना असुरक्षित खुद को कभी महसूस नहीं किया। हम लोगों के पास कोरोना से बचने के लिए कोई विकल्प नहीं है।
सरकार और जनप्रतिनिधियों को भी उन लोगों के बारे में चिंता व्यक्त करनी चाहिए, जिनके पास खुद को सुरक्षित रखने के लिए कोई घर और साधन नहीं है। सनी और पप्पू बताते हैं कि जनता कर्फ्यू और लॉकडाउन के कारण पिछले दो दिन से उन्हें एक भी सवारी नहीं मिली है।
अब हम लोगों के पास खाना खाने के लिए भी रुपये नहीं बचे हैं। चाय और बिस्किट खाकर अपनी भूख को शांत कर लेते हैं। लेकिन, ऐसे कब तक गुजारा चलेगा। सरकार और प्रशासन को हम लोगों की भी सुध लेनी चाहिए।
कोराना वायरस का डर हम लोगों में भी है। लेकिन, मजबूरन मेट्रो स्टेशन के नीचे सोना पड़ रहा है। मास्क और सैनिटाइजर भी नहीं है। ऐसे में वायरस से बचाव कैसे करें। - उर्वेश यादव
हम लोगों को मजबूरन मेट्रो स्टेशन के नीचे सोना पड़ रहा है। कोरोना वायरस से बचाव के लिए घर और कोई साधन भी नहीं हैं।
रिपोर्ट: अभिषेक