पेट्रोल-डीजल पर अब अधिक टैक्स लगाएगी सरकार, जानिए कितने रुपये तक बढ़ सकती हैं कीमतें
सरकार ने यह फैसला तब किया है जब कोरोना और रूस-सऊदी अरब के बीच चल रहे प्राइस वॉर के तहत कच्चे तेल के दामों में भारी गिरावट देखने को मिल रही है.
गाजीपुर न्यूज़ टीम, देशभर में कोरोना के कहर से जूझ रहे लोगों को अब महंगा पेट्रोल-डीजल भी परेशान करेगा. सरकार ने वित्त विधेयक 2020 में ऐसा अधिकार हासिल किया है. सरकार को हासिल हुए इस अधिकार के तहत अब वह 18 रुपये तक तेल के दामों में उत्पाद शुल्क लगा सकती है. आपको बता दें सरकार ने यह फैसला तब किया है जब कोरोना और रूस-सऊदी अरब के बीच चल रहे प्राइस वॉर के तहत कच्चे तेल के दामों में भारी गिरावट देखने को मिल रही है.
वित्त विधेयक 2020 के अनुसार सरकार अब पेट्रोल पर 18 रुपये और डीजल पर 12 रुपये तक का उत्पाद शुल्क बढ़ा सकती है. इससे पहले सरकार के उत्पाद शुल्क लगाने की सीमा कम हुआ करती थी. इससे पहले सरकार जहां पेट्रोल पर 10 रुपये और डीजल पर 4 रुपये तक ही उत्पाद शुल्क बढ़ा सकती थी. सरकार ने पेट्रोल और डीजल दोनों पर ही 8 रुपये तक का उत्पाद शुल्क बढ़ाने का अधिकार हासिल कर लिया है. उत्पाद शुल्क बढ़ाने से सीधे तौर पर उसका राजस्व बढ़ाने में भारी मदद मिलेगी. आपको बता दें कि इस महीने में ही सरकार ने पेट्रोल-डीजल पर जब 3 रुपये का उत्पाद शुल्क बढ़ाया था. रिपोर्टों के अनुसार सरकार को इस बढ़ोत्तरी से 2 हजार करोड़ का राजस्व प्राप्त हुआ था.
सरकार के द्वारा पेट्रोल-डीजल पर उत्पाद शुल्क बढ़ाने का यह अधिकार ऐसे समय में मिला है जब पूरी दुनिया में कोरोना और रूस-सऊदी अरब के बीच चल रहे प्राइस वॉर के कारण कच्चे तेल की कीमतों में भारी गिरावट दर्ज की गई है. इसी महीने जब कच्चे तेल की कीमतें निचले स्तर पर थीं तो सरकार ने उत्पाद शुल्क में बढ़ोत्तरी कर दी थी. दिल्ली में आज पेट्रोल की कीमतें 69.63 रुपये रहीं तो डीजल की कीमतें 62.29 रुपये प्रति लीटर रहीं. आपको बता दें कि लगभग सात दिनों से पेट्रोल-डीजल की कीमतों में कोई बदलाव देखने को नहीं मिला है. लेकिन सरकार के इस फैसले के बाद पेट्रोल-डीजल की कीमतें चौंका सकती हैं.