योगी सरकार ने बजट में युवाओं के लिए खोला पिटारा, रोजगार के लिए दो योजनाओं की शुरुआत
UP Budget 2020: इस योजना के क्रियान्वयन के बाद प्रदेश के युवाओं को उद्योगों में प्रशिक्षण के साथ-साथ मासिक प्रशिक्षण भत्ता प्रदान किया जाएगा
वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए मंगलवार को पेश किये गए बजट (Budget) में योगी सरकार (Yogi Government) ने युवाओं के लिए भी पिटारा खोला है. प्रदेश के युवाओं को स्वरोजगार और रोजगार से जोड़ने के लिए दो महत्वपूर्ण योजनाओं- मुख्यमंत्री शिक्षुता प्रोत्साहन योजना (CM Apprenticeship Scheme)और उद्यमिता विकास अभियान (YUVA) को शुरू करने का निर्णय लिया गया है.
मुख्यमंत्री शिक्षुता प्रोत्साहन योजना से रोजगार देने की तैयारी
बजट भाषण पढ़ते हुए राज्य के वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने कहा कि प्रदेश के युवाओं को उद्योगों और एमएसएमई इकाईयों में ऑन-जॉब ट्रेनिंग प्रदान कराते हुए उन्हें निश्चित अवधि के रोजगार से जोड़ने के लिए वित्तीय वर्ष 2020-21 से मुख्यमंत्री शिक्षुता प्रोत्साहन योजना प्रारंभ की जाएगी. इस योजना के क्रियान्वयन के बाद प्रदेश के युवाओं को उद्योगों में प्रशिक्षण के साथ-साथ मासिक प्रशिक्षण भत्ता प्रदान किया जाएगा. युवाओं को मिलने वाले कुल भत्ते में से 1500 रुपए प्रतिमाह की धन राशि केंद्र सरकार द्वारा, एक हजार रुपए प्रतिमाह की धन राशि राज्य सरकार द्वारा और शेष धन राशि संबंधित उद्योग वहन की जाएगी. इस योजना के संचालन से प्रदेश के उद्योगों को कुशल कारीगर और युवाओं को प्रशिक्षण के साथ-साथ रोजगार भी प्राप्त होगा. इस योजना के लिए 100 करोड़ की धन राशि प्रस्तावित की गई है.
प्रदेश के हर जिले में युवा हब खुलेंगे
इसके साथ ही युवा उद्यमिता विकास अभियान के द्वारा रोजगार से स्वावलंबन की ओर बढ़ाने का अभिनव पहल किया है. इसके तहत प्रदेश के हर जिले में युवा हब बनाए जाएंगे. इसके तहत इच्छुक युवाओं को परियोजना, परिकल्पना से लेकर एक वर्ष तक परियोजनाओं को वित्तीय मदद के साथ संचालन में सहायता प्रदान करेगा. लगभग एक हजार 200 करोड़ रुपए की धन राशि युवाओं के लिए विभिन्न स्वरोजगार योजनाओं में राज्य को उपलब्ध है. यह योजना एक लाख युवाओं को स्वावलंबन की ओर ले जाएगी. प्रत्येक जिले में युवा हब की स्थापना के लिए 50 करोड़ रुपए की व्यवस्था प्रस्तावित है.