सपा जातिवादी मानसिकता वाली पार्टी है- मायावती
गाजीपुर न्यूज़ टीम, लखनऊ सियासी मकसद से एक दूसरे को गले लगाने वाली उत्तर प्रदेश की दो बड़ी सियासी पार्टियों के रास्ते अब अलग हैं. बहुजन समाज पार्टी और समाजवादी पार्टी ने 2019 का लोकसभा चुनाव मिलकर लड़ा लेकिन अब वोट बैंक की तलाश में सबके रास्ते अलग हैं. बहुजन समाज पार्टी की मुखिया मायावती ने अब सपा को जातिवादी मानसिकता वाली पार्टी बताया है.
संत शिरोमणि रविदासजी की 643वीं जयंती के मौके पर मायावती ने एक बयान जारी करके समाजवादी पार्टी को जातिवादी मानसिकता वाली पार्टी बताया है. मायावती का कहना है कि समाजवादी पार्टी की सरकार थी तो उन्होंने भदोही जिले का नाम बदल दिया था। मायावती ने कहा कि संत रविदास जी जयंती पर हर किसी को प्रेरणा लेनी चाहिए.
संत रविदास पॉलिटेक्निक चंदौली की स्थापना, संत रविदास एससी एसटी प्रशिक्षण संस्थान, वाराणसी में गंगा नदी पर बनने वाले पुल का नाम संत रविदास के नाम पर करने, बदायूं में संत रविदास धर्मशाला हेतु सहायता बिल्सी में संत रविदास की प्रतिमा स्थापना की स्वीकृति आदि हमारी सरकार ने की इसके अलावा भी और कई कार्य महान सद्गुरु के आदर सम्मान में बीएसपी की सरकार के दौरान किए गए। बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने अपने लिखित बयान में समाजवादी पार्टी को आड़े हाथों लिया है.
बसपा सुप्रीमो ने कहा है कि बीएसपी के सत्ता में आने पर भदोही जिले का नाम फिर से संत रविदास नगर रखा जाएगा जिसे जातिवादी मानसिकता के तहत ही पिछली सपा सरकार ने बदल दिया है। कहावत है कि सियासत में दोस्ती कब दुश्मनी में बदल जाए इसका ताजा उदाहरण बहुजन समाज पार्टी की तरफ से जारी लिखित में बयान है. एक जमाने में बसपा मुखिया मायावती समाजवादी पार्टी के कसीदे पढ़ती थी. लेकिन पिछले कुछ महीनों में हर मौके पर वह समाजवादी पार्टी को कोसती जरूर है. तो क्या अब मायावती का रुख समाजवादी पार्टी के लिए एक बार फिर से आक्रमक होता जा रहा है।