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एशियाई चैंपियनशिप: सुनील कुमार को गोल्ड, ग्रीको रोमन खिताब का भारत का 27 साल का इंतजार खत्म

सुनील कुमार 2019 में भी इस प्रतियोगिता के फाइनल में पहुंचे थे, लेकिन उन्हें खिताबी मुकाबले में हार के कारण रजत पदक से संतोष करना पड़ा था।
भारतीय पहलवान सुनील कुमार ने मंगलवार (18 फरवरी) को 87 किग्रा वर्ग के फाइनल में किर्गिस्तान के अजात सालिदिनोव को 5-0 से हराकर भारत को एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप के ग्रीको रोमन वर्ग में 27 साल में पहला स्वर्ण पदक दिलाया। सेमीफाइनल में पिछड़ने के बाद जीत दर्ज करने वाले सुनील ने यहां केडी जाधव इंडोर स्टेडियम में 87 किग्रा वर्ग के फाइनल में अपने विरोधी को आसानी से पछाड़ दिया।

इससे पहले सुनील सेमीफाइनल में कजाखस्तान के अजामत कुस्तुबायेव के खिलाफ 1-8 से पिछड़ रहे थे लेकिन इसके बाद जोरदार वापसी करते हुए लगातार 11 अंक के साथ 12-8 से जीत दर्ज करने में सफल रहे।

सुनील कुमार 2019 में भी इस प्रतियोगिता के फाइनल में पहुंचे थे, लेकिन उन्हें खिताबी मुकाबले में हार के कारण रजत पदक से संतोष करना पड़ा था। सुनील ने खिताब जीतने के बाद कहा, ''आज भारत के लिए पहला स्वर्ण पदक जीतकर मैं काफी खुश हूं। मैंने अपनी तकनीक पर काफी कड़ी मेहनत की और अपने पिछले साल के प्रदर्शन से बेहतर करके काफी अच्छा लग रहा है।''



एक अन्य भारतीय अर्जुन हलाकुर्की ने भी ग्रीको रोमन वर्ग की 55 किग्रा स्पर्धा में कांस्य पदक जीता। अर्जुन का अपने पहले सीनियर अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट में यह पहला पदक है। अर्जुन सेमीफाइनल में ईरान के नासिरपोर के खिलाफ 7-1 से आगे चल रहे थे लेकिन उन्हें 7-8 से हार का सामना करना पड़ा।

130 किग्रा वर्ग के सेमीफाइनल मुकाबले में भारत के मेहर सिंह को कोरियाई पहलवान मिनसोक किम से 1-9 से करारी शिकस्त झेलनी पड़ी। मेहर सिंह कांस्य पदक मुकाबले में उतरे लेकिन किर्गिजिस्तान के रोमन मिंज ने उन्हें नजदीकी मुकाबले में 3-2 से हरा दिया। एशियाई कुश्ती चैंपियनशिप के शुरू होने से तीन दिन पहले ही 130 किग्रा वर्ग में भारत के नंबर एक पहलवान नवीन ने चोट की वजह से चैंपियनशिप से अपना नाम वापस ले लिया था और उनकी जगह मेहर उतरे। मेहर ने क्वार्टरफाइनल में उज्बेकिस्तान के दलेर रख्मातोव को 4-0 से हराकर अच्छी शुरुआत की लेकिन उन्हें फिर सेमीफाइनल और कांस्य पदक मुकाबले में हार का सामना करना पड़ा।



भारत की ओर से पदक के प्रबल दावेदार माने जा रहे साजन को 77 किग्रा वर्ग में निराशाजनक रूप से हार का सामना करना पड़ा। साजन को पहले ही राउंड में किर्गिजस्तान के रेनत इलियाजुलु से 6-9 से हार झेलनी पड़ी। इलियाजुलु के सेमीफाइनल में हारने के कारण साजन के रेपेचेज में उतरने की उम्मीदें समाप्त हो गई।

63 किग्रा वर्ग में भी भारत को निराशा हाथ लगी। इस वर्ग में भारत के सचिन राणा को क्वार्टरफाइनल में उज्बेकिस्तान के एलमुरात तासमुरादोव ने 8-0 के बड़े अंतर से हरा दिया। तासमुरादोव फाइनल में पहुंचे जिससे सचिन को रेपेचेज में उतरने का मौका मिल गया लेकिन वह कजाकिस्तान के येरनूर फिदाखमेतोव से 3-6 से हारकर कांस्य पदक मुकाबले में उतरने का मौका चूक गए।



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