रविदास के जन्मस्थल पहुंचीं प्रियंका बोलीं, संत के राम रहीम एक थे, उनके सपने जन जन तक पहुंचाना जरूरी
गाजीपुर न्यूज़ टीम, संत रविदास की जयंती पर उनके जन्मस्थान पहुंचीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि संत रविदास के सपने को जन-जन तक पहुंचाने की जरूरत है। हमारी सोच हर इंसान में भगवान को देखती है। इंसान को जात-पांत और धर्म के चश्मे से नहीं सिर्फ इंसान के रूप में देखती है। संत शिरोमणि गुरु रविदास उस सोच के अगुआ हैं। प्रियंका गांधी रविवार को सीर गोवर्धनपुर स्थित संत रविदास की जन्मस्थली पर आयोजित जयंती समारोह में जुटी संगत को संबोधित कर रही थीं। अपने संबोधन से पहले प्रियंका ने मंदिर जाकर मत्था टेका और लंगर भी छका।
प्रियंका ने कहा कि गुरु रविदास के राम-रहीम एक थे। उनकी शिक्षा और वाणी से सीखने की जरूरत है। सदगुरु कबीरदास और रविदास ने अपनी वाणी और सन्देश से हर इंसान को भाईचारे और मेहनत की इज्जत करने की शिक्षा दी। कांग्रेस महासचिव ने कहा कि सदगुरु रविदास ने बेगमपुरा का सपना देखा था। ऐसा समाज, ऐसा शहर जहां ऊंच-नीच और भेदभाव नहीं बल्कि हर इंसान की इज्जत हो, सबके आत्मसम्मान की रक्षा हो। हमारे संविधान में भी यही बात है। उन्होंने रविदास वाणी सुनाते हुए कहा-‘ऐसा चाहूं राज मैं, जहां मिलै सबन को अन्न। छोट-बड़ो सब सम बसै, रैदास रहे प्रसन्न’।
उन्होंने कहा कि आज के हिंसा के दौर में हम सबको संत रविदास की बातों पर अमल करने की जरूरत है। उनकी वाणी को दिल में बसाने और सपने को जन-जन तक ले जाने की जरुरत है। श्रद्धालुओं को रविदास जयंती की बधाई देते हुए प्रियंका ने कहा कि आज आप सबके बीच मुझे बहुत ज्यादा खुशी और आध्यात्मिक प्रेरणा मिली है।
खुली गाड़ी पर सवार प्रियंका ने किया अभिवादन
संत रविदास मंदिर में लंगर चखने के बाद जब प्रियंका गांधी सत्संग स्थल जाने के लिए बाहर निकलीं तो बड़ी संख्या में लोग उनके इंतजार में खड़े थे। कुछ दूर पैदल चलने के बाद प्रियंका खुली गाड़ी पर सवार हो गईं और सबका अभिवादन किया। सत्संग स्थल पर रैदासिया धर्म के प्रमुख संत निरंजनदास ने प्रियंका गांधी को स्मृति चिह्न और जालंधर के सांसद चौधरी संतोष सिंह ने सरोपा भेंट किया।
लंगर हाल में प्रवेश के लिए हुई धक्का-मुक्की
सीरगोवर्धनपुर में सन्त रविदास मंदिर के पास उस समय काफी खूब धक्का-मुक्की हुई, जब मुख्य हॉल में लंगर चखने कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पहुंचीं। उनके साथ कांग्रेस के कार्यकर्ता और कई अन्य लोग भी अंदर जाना चाहते थे, लेकिन सुरक्षाकर्मियों ने उन्हें रोक दिया। इस पर काफी देर तक कहासुनी होती रही। जिला कांग्रेस अध्यक्ष राजेश्वर सिंह पटेल समेत कई अन्य नेता बाहर ही रह गए। बाद में एक अधिकारी के हस्तक्षेप जिलाध्यक्ष समेत कांग्रेस कुछ नेता अंदर गए।
करीब आधे घंटे बाद जब प्रियंका गांधी बाहर आईं उस समय भी यही स्थिति रही। उत्साही कांग्रेस कार्यकार्यताओं ने प्रियंका गांधी के समर्थन में खूब नारेबाजी की। प्रियंका गांधी के साथ प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, कांग्रेस विधानमंडल दल की नेता अराधना मिश्र, पूर्व सांसद डॉ. राजेश मिश्र, पूर्व विधायक अजय राय महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे समेत अन्य पदाधिकारी रविदास मंदिर पहुंचे थे। इसके पहले बाबतपुर हवाई अड्डे पहुंचने पर कांग्रेसजनों ने उनका स्वागत किया। प्रियंका गांधी के साथ दिल्ली से अराधना मिश्र आईं थीं। स्वागत करने वालो में प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू, कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव बाजीराव खाड़े व जुबेर खान, पूर्व सांसद डॉ. राजेश मिश्र, पूर्व विधायक अजय राय, प्रदेश सेवादल अध्यक्ष डॉ. प्रमोद पांडेय, जिलाध्यक्ष राजेश्वर पटेल, महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे, रामसुधार मिश्र, मनीष चौबे,डॉ. जितेंद्र सेठ आदि शामिल थे।