सामूहिक खुदकुशी कांडः वाराणसी में नौ महीने में तीसरी दिल दहलाने वाली घटना
गाजीपुर न्यूज़ टीम, वाराणसी में आदमपुर के नचनी कुंआ (मुकीमगंज) में पति ने बच्चों और पत्नी की हत्या के बाद खुद फांसी लगा ली। एक कमरे में बेड पर बच्चों का शव और दूसरे कमरे में बेड पर पत्नी व बगल में फांसी पर लटका पति का शव मिला। मरने से पहले डायल 112 पुलिस को बताया कि जान देने जा रहे हैं। जब तक पुलिस पहुंची चारों ने जान दे दी थी। वाराणसी शहर में नौ महीने में इस तरह की यह तीसरी घटना है। इससे पहले 30 अक्टूबर को हुकुलगंज में पति-पत्नी ने दो बच्चों के साथ जान दे दी थी। उस घटना का कारण भी आर्थिक समस्या सामने आई थी। परिवार ने काफी लोन लिया था। उससे भी पहले 9 मई को तीन बच्चों को मारने के बाद कपड़े के दुकानदार ने जहर खाकर जान दे दी थी।
शुक्रवार को हुई घटना में नचनी कुंआ के चेतन तुलस्यान ने पत्नी ऋतु, बेटा हर्ष और बेटी गुनगुन के साथ जान दे दी। माना जा रहा है कि पहले बच्चों को कुछ खिलाकर या गला घोंटकर मारा गया फिर खुद पति पत्नी ने फांसी लगा ली। चेतन परिवार में काले पंखे की जाली बनाने का काम होता था।
खौफनाक कदम उठाने से पहले चेतन तुलस्यान ने डायल 112 पर सूचना दी कि हम लोग आत्महत्या करने जा रहे हैं। सूचना पर मौके पर पहुंची। पुलिस ने मकान का दरवाजा खुलवा कर पिता से चेतन और उनके परिवार के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि ऊपर छत वाले कमरे में लोग सो रहे हैं।पुलिस ऊपर छत के कमरे में गई तो एक एक कमरे में पति चेतन, पत्नी ऋतु फंदे से लटक रहे थे। दूसरे कमरे में 17 वर्षीय बेटे हर्ष और 15 वर्षीय बेटी हिमांशी (गुनगुन) का शव बिस्तर पर पड़ा था। फॉरेंसिक विभाग की टीम भी बुलाई गई। अधिकारी घटना के कारणों की पड़ताल में जुटे हैं।
इससे पहले 30 अक्टूबर 2019 को हुकुलगंज और 9 मई 2019 को लक्सा में ऐसी ही घटना हुई थी। हुकुलगंज में किशन गुप्ता ने पत्नी नीलम, बेटी शिखा और बेटे उज्जवल के साथ जान दे दी थी। मोमोज विक्रेता किशन गुप्ता ने आर्थिक तंगी और बीमारी से परेशान होकर दोनों बच्चों को जहर खिलाकर पत्नी के साथ फंदे पर झूल गया था।
लक्सा में गीता मंदिर क्षेत्र में दीपक गुप्ता उर्फ लड्डू (30) ठेले पर रेडिमेड कपड़े बेचता था। दीपक अपनी पत्नी अनीता को छावनी क्षेत्र स्थित मायके छोड़ आया और बेटी आस्था (10), रिया (6) और मान्या (5) को जहर देकर मार दिया। इसके बाद खुद भी जहर खा लिया था। पुलिस ने बताया था कि इंडियन प्रीमियर लीग में सट्टा लगाने के कारण लाखों के कर्ज में डूबे होने के कारण आत्मघाती कदम उठाया था।