गाजीपुर: महिलाओं ने अतिक्रमण हटाने का किया विरोध, पुलिस ने गिरफ्तार किया
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर थाना क्षेत्र के मुहम्मदपुर कुसुम गांव में रविवार की दोपहर अतिक्रमण हटाने गए उपजिलाधिकारी कासिमाबाद का महिलाओं द्वारा जबरदस्त विरोध किया गया। उपजिलाधिकारी के निर्देश पर पुलिस ने महिलाओं सहित लोगों का शांति भंग में चालान कर जेल भेज दिया। मालूम हो कि क्षेत्र के मुहम्मदपुर कुसुम गांव में रविवार को उपजिलाधिकारी मंशाराम वर्मा प्रभारी निरीक्षक अनिल कुमार पांडेय सहित मय फोर्स के साथ जेसीबी मशीन लेकर अवैध अतिक्रमण को हटवाने के लिए पहुंचे। मोहम्मदपुर कुसुम गांव निवासी राजेंद्र चौहान ने उपजिलाधिकारी से बताया कि अपने खेत की पैमाइश पिछले जुलाई माह में कराया था। इसके बाद लगातार अधिकारियों सहित सत्ता पक्ष के नेताओं के यहां अतिक्रमण हटाने के लिए दौड़ता रहा।
दूसरे पक्ष के तिलेश्वर चौहान का आरोप लगाया कि कि जहां अतिक्रमण तहसील प्रशासन बता रहा है, वहां पर हमारा मकान, झोपड़ी आदि बाबा-दादा के जमाने से चला आ रहा है। पैमाइश गलत हुई है। बताया कि इस जमीन का विवाद दीवानी न्यायालय में भी चल रहा है। उप जिला अधिकारी द्वारा तिलेश्वर चौहान की सारी बातें अनसुनी कर अतिक्रमण खाली कराने का जैसे ही आदेश दिया गया, तिलेश्वर के घर की महिलाएं आगे आकर अतिक्रमण खाली कराने से रोक दिया गया। महिलाओं का आरोप था कि यह सभी लोग पैसा लेकर जबरदस्ती हमारा मकान खाली कराने आए हैं।
मौके पर एक पक्ष की महिलाओं द्वारा जबरदस्त विरोध किया गया। अतिक्रमण खाली कराने गए प्रशासन को महिलाओं के जबरदस्त विरोध के बाद खाली हाथ वापस लौटना पड़ा। उप जिलाधिकारी के आदेश पर पुलिस ने विरोध कर रही महिलाओं सहित छह पुरुषों को गिरफ्तार कर लिया। इस संबंध में थाना प्रभारी निरीक्षक अनिल कुमार पांडेय ने बताया कि उपजिलाधिकारी के आदेश पर एक पक्ष से शकुंतला देवी, अशर्फी देवी, इंद्रावती देवी, फूला देवी, तिलेश्वर चौहान तथा दूसरे पक्ष के राजेंद्र चौहान को शांतिभंग में गिरफ्तार किया गया। उनका चालान कर जेल भेज दिया गया।
उधर उपजिलाधिकारी द्वारा की गई इस कार्रवाई से पूरे गांव में तनाव व्याप्त हो गया। लोग कार्रवाई की निंदा करते रहे। तिलेश्वर चौहान का आरोप था कि सत्ता पक्ष से जुड़े नेताओं के दबाव में उप जिलाधिकारी ने इतना बड़ा कदम उठाया है।