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पीएम मोदी ने पड़ाव से हरी झंडी दिखाई और कैंट से चल पड़ी Kashi Mahakal Express

गाजीपुर न्यूज़ टीम, प्रधानमंत्री ने रविवार को काशीवासियों को एक और ट्रेन की सौगात दी। उन्होंने दोपहर 1.50 बजे पड़ाव में वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से वाराणसी से उज्जैन होते हुए इंदौर तक जाने वाली काशी महाकाल एक्सप्रेस का लोकार्पण किया। उसी के साथ हर-हर महादेव के उद्घोष के साथ चल पड़ी। ट्रेन में रेलवे और आईआरसीटीसी के अधिकारी व कर्मचारीगण थे। 20 फरवरी से इसका नियमित संचालन शुरू होगा। वाराणसी से यह ट्रेन सप्ताह में तीन दिन- रविवार, मंगलवार और गुरुवार को रवाना की जाएगी।

पीएम के हरी झंडी दिखाते ही काशी महाकाल एक्सप्रेस ट्रेन कैंट स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर सात से चल पड़ी।  ट्रेन के लोको पायलट शशिभूषण, असिस्टेंट पायलट अविनाश सिंह और गार्ड आरपी शाही हैं। ट्रेन को फूलों से सजाया गया था। काशी-महाकाल एक्सप्रेस वातानुकूलित ट्रेन है। इसमें यात्रा के साथ केटरिंग की सेवा भी मिलेगी जिसका शुल्क टिकट में ही ले लिया जाएगा। आईआरसीटीसी की टूरिज्म और मार्केटिंग डायरेक्टर रजनी हसीजा, उत्तर रेलवे डीआरएम संजय त्रिपाठी, एडीआरएम रवि पी चतुर्वेदी, सीपीआरओ दीपक कुमार, सीनियर डीसीएम जगतोष शुक्ला, आईआरसीटीसी के मुख्य क्षेत्रीय प्रबंधक अश्वनी श्रीवास्तव आदि अधिकारियों के अलावा स्टेशन पर यात्री व अन्य लोग मौजूद थे। वे एलसीडी स्क्रीन के जरिये प्रधानमंत्री के भाषण को भी सुनते रहे।

शहनाई वादन व कीर्तन से भक्तिमय हुआ माहौल
वाराणसी। कैंट स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर सात पर अयोध्या से आए लोकगीत कलाकारों और शहनाई वादकों ने माहौल को भक्तिमय बना दिया था। शहनाई की धुन के बीच कलाकार कीर्तन कर रहे थे। ट्रेन में सर्विस देने वाले कर्मी केसरिया रंग की ड्रेस पहने थे।  

तीन ज्योर्तिलिंग को जोड़ेगी काशी महाकाल एक्सप्रेस
काशी महाकाल एक्सप्रेस तीन ज्योतिर्लिंग को जोड़ने वाली ट्रेन होगी। लोग वाराणसी में श्रीकाशी विश्वनाथ, उज्जैन में महाकाल, फिर इंदौर में ओंकालेश्वर का दर्शन-पूजन कर सकेंगे। तीन धार्मिक नगरों का इस ट्रेन के जरिये जुड़ाव होगा। यह ट्रेन धार्मिक स्थलों के जरिये पर्यटन में विस्तार के उद्देश्य से चलाई जा रही है। मध्यप्रदेश से हर रोज सैकड़ों श्रद्धालु श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर में दर्शन के लिए आते हैं, जबकि वाराणसी से भी महाकाल व ओंकालेश्वर ज्योतिर्लिंग का दर्शन करने के लिए लोग जाते हैं। अब नई ट्रेन से लोगों को काफी सहूलितय होगी। अभी उज्जैन के लिए वाराणसी से चलने वाली एक ही ट्रेन साबरमती एक्सप्रेस है। 

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