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मिर्जापुर में पत्नी की जिद ने पति को बना दिया किडनैपर, 2 महीने बाद गिरफ्तार

एसपी धर्मवीर सिंह बताते हैं कि शंकर चौहान पड़री में मिठाई की दुकान पर हलवाई का काम करता था. उसकी पत्नी सोना चौहान को डाक्टरों ने बता दिया था कि इसे बच्चा नहीं होगा. इस पर वह लगातार बच्चा कहीं से भी लाकर देने का दबाव शंकर पर बना रही थी.
गाजीपुर न्यूज़ टीम, मिर्जापुर. उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर (Mirzapur) में बच्चा पैदा नहीं होने के कारण एक शख्स ने किडनैपिंग (Kidnapping) की घटना को अंजाम देने की कोशिश कर डाली. उसने अपने नाबालिग छोटे भाई को साथ लेकर दुकान में सो रहे बच्चों को किडनैप कर लिया. इसके बाद बच्चा पैदा होने की झूठी कहानी बताकर आस पास के लोगों में खुशियां बांटने लगा. दो महीने बाद शख्स को बच्चे के साथ पुलिस ने वाराणसी से गिरफ्तार कर लिया.

पूरा मामला पड़री थाना क्षेत्र के सीकरी गांव का है. यहां 17 दिसंबर 2019 को बाइक सवार 2 लोग एक दुकान पर गुटखा खाने के नाम पर रुकते हैं. दुकान पर 6 महीने का एक बच्चा सोया मिलता है. ये दो लोग मौका पाते ही बच्चे को शॉल में लपेटकर बाइक से फरार हो जाते हैं. मामले में पुलिस को कोई हफ्तों तक कोई सुराग नहीं लगता है. अचानक 2 महीने बाद पुलिस को बच्चे के वाराणसी में होने की सूचना मिलती है.

पुलिस के लिए ये घटना एक चुनौती बन चुकी थी. लगातार दबाव बढ़ता जा रहा था. अभी अचानक मुखबिर ने ये सूचना दे दी. पुलिस ने तेजी दिखाते हुये अपहरण किए गए बच्चे को बरामद कर लिया और घटना में शामिल तीन लोग पति शंकर चौहान, उसका नाबालिग छोटा भाई और पत्नी सोना चौहान को गिरफ्तार कर लिया.

बच्चा नहीं होने से था परेशान
पूछताछ में शंकर और उसकी पत्नी सच्चाई बयान करते हैं. एसपी धर्मवीर सिंह बताते हैं कि शंकर चौहान पड़री में मिठाई की दुकान पर हलवाई का काम करता था. उसकी पत्नी सोना चौहान को डाक्टरों ने बता दिया था कि इसे बच्चा नहीं होगा. इस पर वह लगातार बच्चा कहीं से भी लाकर देने का दबाव शंकर पर बना रही थी. इस दबाव में शंकर ने अपने नाबालिग भाई के साथ एक दुकान की रेकी की. इसके बाद एक दिन दुकानदार धर्मराज की मां समान लेने बच्चे को छोड़ कर घर के अंदर जैसे ही गई शंकर बच्चे सागर का अपहरण कर फरार हो गया.

बच्चा उठाने के बाद विंध्यांचल में रुका, वाराणसी में गिरफ्तार
पुलिस के अनुसार शंकर इसके बाद बच्चे और अपनी पत्नी को लेकर विंध्यांचल एक होटल में रुका. एक दिन बाद ही वह रमईपट्टी में किराए के कमरे में रहने लगा. इस बीच शंकर और उसकी पत्नी सोना ने बच्चा पैदा होने की झूठी कहानी अपने रिश्तेदारों और लोगों में दे दी. पुलिस ने बताया कि वह किसी को बच्चा नहीं दिखाता था, जिसके बाद लोगों को शंका हुई और सूचना पुलिस तक पहुंची. सूचना पर पुलिस जब तक सक्रिय होती शंकर रमईपट्टी में किराए का कमरा छोड़कर वाराणसी भाग गया.इसके बाद पुलिस ने डगमगपुर तिराहे से बच्चा लेकर मोटरसाइकिल से जा रहे शंकर और उसकी पत्नी सोना को गिरफ्तार किया. घटना में इस्तेमाल की गई मोटरसाइकिल भी बरामद कर ली गई है. गिरफ्तार सभी लोगों को जेल भेजा जा रहा है.
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