राम मंदिर के लिए शुरू हुए 'सोना जुटाओ अभियान' में जुटी भीड़, 1008KG का है लक्ष्य
राम मंदिर (Ram Mandir) के निर्माण को लेकर रामभक्तों में जबरदस्त उत्साह है. जबकि ज्योतिष्पीठ के शंकराचार्य स्वरूपानन्द सरस्वती (Shankaracharya Swaroopanand Saraswati) के आह्वाहन पर आज से 'सोना जुटाओ अभियान' शुरू किया गया है.
देश में राम मंदिर (Ram Mandir) को लेकर रामभक्तों में जबरदस्त उत्साह है. इसकी एक बानगी आज धर्म नगरी वाराणसी में देखने को मिली. वाराणसी में राम मंदिर में सोना लगावाने के आह्वाहन के बाद सोना दान करने वालों की भीड़ लग गई. ये आह्वाहन ज्योतिष्पीठ के शंकराचार्य स्वरूपानन्द सरस्वती (Shankaracharya Swaroopanand Saraswati) ने किया है, जिसकी आज शुरुआत की गई. इसके साथ ही एक वैकल्पिक मंदिर भी बनाया जा रहा है, जिसमें रामलला को स्थापित भी किया जायेगा. हालांकि रामलला वहां तब तक रहेंगे जब तक भव्य मंदिर का निर्माण नहीं हो जाता है.
श्रीविद्यामठ से शुरू हुआ अभियान
वाराणसी के केदारघाट स्थित श्रीविद्यामठ में आज राम भक्तों की भीड़ लगी हुई है. सभी के हाथों में सोना है. ये सोना राम मंदिर के लिए है जिसे भक्त आज दान करने के लिए आये हुए हैं. जबकि सभी अपनी परिस्थिति के अनुसार सोना दान कर रहे हैं. दरअसल रामालय न्यास और शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती अयोध्या में रामलला को तत्काल टेंट से हटाने के लिए वैकल्पिक मंदिर का निर्माण करवा रहे हैं. ये मंदिर लकड़ी का बनाया जा रहा है, जो कि25 फीट ऊंचा होगा. इसमें भगवान राम का सिंहासन सोने का होगा, जिसके लिए रामालय न्यास के सचिव स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने सोना एकत्रित ग्राम-ग्राम राम-राम अभियान की शुरुआत की है, जिसके अंतर्गत सभी गांवों से सोना एकत्रित किया जाएगा.
इतना है लक्ष्य
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने कहा कि रामालय न्यास अभियान के अंतर्गत 1008 किलो सोना एकत्रित किया जाएगा, जिसमें वैकल्पिक मंदिर में 108 ग्राम सोने से सिंहासन बनेगा और 900 ग्राम सोने को भव्य राम मंदिर बनाने वाले ट्रस्ट को दान दिया जाएगा. इसके लिए बाकायदा गांव-गांव समिति बनाई जाएगी. सोना दान करने वालों से कम से कम एक मिलीग्राम सोना दान करने का आह्वाहन किया गया है.
इस अभियान में वाराणसी शहर में रामभक्तों का उत्साह पहले दिन भरपूर नजर आया. भव्य राम मंदिर बनाने के लिए आज एक मिलीग्राम सोना दान करने वालों की भीड़ लगी है. सबकी बस यही कामना रही कि जल्द से जल्द राम मंदिर बने और उनका दान किया हुआ सोना मंदिर में लगे.
गौरतलब है कि रामालय न्यास मंदिर बनाने के लिए अपना दावा सरकार के सामने पेश कर चुकी है, लेकिन पीएम नरेंद्र मोदी के ऐलान के बाद न्यास जब तक मंदिर का निर्माण न हो जाए तब तक के लिए लकड़ी का मंदिर स्थापित करना चाहता है, ताकि रामलला टेंट से बाहर सकें.