गाजीपुर: लालबाबू हत्याकांड में मोती पासी का नाम आने से चर्चाएं तेज, जांच में जुटी पुलिस
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर पुलिस ने कुछ दिन पहले ही सपा विधायक सुभाष पासी के भतीजे लालबाबू की हत्या के मामले का पर्दाफाश कर दिया है। पुलिस ने हत्याकांड को अंजाम देने वाले तीन बदमाशों को गिरफ्तार भी किया है।लेकिन नया मोड़ तब आया जब पूछतांछ में गिरफ्तार बदमाशों ने चौंकाने वाले राज उगले। एसपी ने बताया कि गिरफ्तार बदमाशों बताया है कि सपा विधायक सुभाष पासी के भाई मोती पासी के कहने पर ही लालबाबू की हत्या की थी। उन्होंने पैसे के लेन देन की वजह भी बताई है। पुलिस हत्याकांड में सपा एमएलए सुभाष पासी के भाई मोती पासी की संलिप्तता की जांच में जुटी हुई है।
मालूम हो कि गाजीपुर के भुड़कुड़ा थाना क्षेत्र के घटारो गांव में 26 जनवरी को नदी किनारे सपा विधायक सुभाष पासी के भतीजे लालबाबू का शव लहुलुहान हालत में मिला था। शव मिलने के बाद सपा विधायक सुभाष पासी के भाई मोती पासी ने ही लालबाबू की हत्या की एफआईआर दर्ज कराई थी।सुभाष पासी गाजीपुर के सैदपुर क्षेत्र से विधायक है।जबकि उनका भाई मोती पासी गाजीपुर के देवकली ब्लाक का प्रमुख रह चुके है।सपा विधायक के चचेरे भतीजे की हत्या से जिले में सनसनी फैल गई।सपा विधायक ने भी पुलिस अफसरों से जल्द से जल्द हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग की थी।
मामले की तफ्तीश कर रही पुलिस ने वारदात को अंजाम देने वाले तीन बदमाशों को हिरासत में लेकर जब पूछतांछ की तो पुलिस अफसरों के भी होश उड़ गये।बदमाशों ने बताया कि पैसे के लेनदेन के विवाद में सपा विधायक सुभाष पासी के चचेरे भतीजे लालबाबू की हत्या की गई।लालबाबू की हत्या के लिए पूरी साजिश रची गई।उसे फोन कर बदमाशों ने बुलाया,और कार से भुड़कुड़ा थाना क्षेत्र के घटारो गांव ले गये।जहां नदी किनारे ईट से मार कर उसकी हत्या कर दी।वहीं बदमाशों ने यह भी बताया कि सपा विधायक सुभाष पासी के भाई मोती पासी के कहने पर ही चचेरे भतीजे लालबाबू की हत्या की गई। मामूल हो कि मृतक मोती पासी के पिता की हत्या में नामित रहा है। फिलहाल पुलिस सभी तथ्यों की जांच में जुटी है और फरार दो अभियुक्तों की तलाश भी जारी है।