गाजीपुर: अकेले ही उपद्रवियों के बीच चले गए सुहवल इंस्पेक्टर, फोर्स की कमी के कारण बेबस दिखी पुलिस
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर सरैयां-कासिमपुर गांव के बिद जाति के लोगों द्वारा किए जा रहे पथराव के दौरान कुछ देर तक पुलिस एकदम से बेबस हो गई। उपद्रवियों के बढ़ते बवाल को देखते हुए सुहवल इंस्पेक्टर संजय वर्मा अपने दलबल के साथ उनके बीच पहुंचे। तभी अचानक सभी उपद्रवियों ने पुलिस को घेर लिया और उसके बाद और तेजी से दूसरे पक्ष पर पथराव शुरू कर दिए। अन्य पुलिसकर्मी तो मौका देख वहां से खिसक लिए, लेकिन इंस्पेक्टर संजय वर्मा अकेले ही उपद्रवियों के बीच डटे रहे और उन्हें समझाते रहे।
उपद्रवियों के बीच घिरे इंस्पेक्टर को देखकर अन्य पुलिसकर्मी काफी तेजी हो हल्ला करते हुए आगे बढ़े तब जाकर वह हटे। सुहवल इंस्पेक्टर एक तरफ उपद्रवियों को समझाते रहे तो दूसरी तरफ फोन से उच्चाधिकारियों को पल-पल की जानकारी देते हुए मौके पर तत्काल फोर्स भेजने की बात करते रहे। इंस्पेक्टर ने अगर हिम्मत कर तत्परता नहीं दिखाई होती तो मामला और बिगड़ जाता। क्योंकि उपद्रवी आगे बढ़ते-बढ़ते घर में भी घुसकर पत्थरबाजी शुरू कर दिए थे। संजय वर्मा ने उपद्रवियों को खदेड़ते हुए सड़क से उनके गांव में भगा दिए। वहीं दूसरी ओर जमानियां कोतवाल राजीव सिंह भी मौके पर डटे रहे।
फोर्स की कमी के कारण बेबस दिखी पुलिस
जिले से सैकड़ों की संख्या में पुलिसकर्मी चंदौली वीआइपी ड्यूटी में चले गए हैं। इसमें से 14 पुलिसकर्मी केवल सुहवल थाने के हैं। बढ़ते बवाल को देखकर पुलिसकर्मी उपद्रवियों को खदेड़ना तो चाहते थे, लेकिन संख्या बहुत ही कम होने के कारण वह बेबस दिखे। जिला मुख्यालय से आने वाली फोर्स की पल-पल की जानकारी भी लेते रहे। हालात की जानकारी देते हुए तुरंत मौके पर पहुंचने को कहते रहे। इस बवाल में पुलिस की बेबसी का सबसे बड़ा कारण उपद्रवी महिलाएं थीं, जो अगली कतार में थीं।