गाजीपुर: दिल्ली में पूर्वांचलवासियों को लुभाने में मनोज तिवारी व मनोज सिन्हा की जोड़ी फेल
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर दिल्ली विधानसभा चुनाव की मतगणना देश की राजधानी में हो रहा था लेकिन जिले की चट्टी-चौराहों और मुख्यालयों पर चर्चाओं का बाजार गरम था। राजनैतिक गलियारों में यह चर्चाएं आम थी कि दिल्ली में रह रहे पूर्वांचल के लोगों को बीजेपी खेमा में लाने के लिए मनोज तिवारी और मनोज सिन्हा की जोड़ी फेल हो गयी। दिल्ली के 70 विधानसभाओं में लगभग 20-22 विधानसभा सीटों पर पूर्वांचल के निवासियों का दबदबा है। पूर्वांचल वासियों की इतनी तादात है कि वह किसी भी परिणाम को उलट-फेर कर सकते हैं। इसीलिए बीजेपी हाईकमान ने पूर्व रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा को प्रचार के लिए विशेष तौर पर लगाया था।
मनोज सिन्हा ने भी चुनाव प्रचार में पूरा जोर पार्टी को जिताने के लिए लगा दिया था। विशेषज्ञों के अनुसार पूर्वांचल का मध्यम वर्ग का तबका जो दिल्ली में रहता है वह केजरीवाज के पानी, बिजली, स्वास्थ्य, शिक्षा और महिलाओं को बस में फ्री यात्रा आदि की योजनाओं को प्राथमिकता देते हुए आप पार्टी को भारी बहुतम से जीता दिया। बीजेपी के शाहिनबाग, तीन तलाक, कश्मीर में 370 समाप्त व पाकिस्तान जैसे मुद्दों को दिल्ली की जनता ने एकदम नकार दिया। मनोज सिन्हा और मनोज तिवारी का रिश्ता बीएचयू और वाराणसी का था। मनोज सिन्हा का पूर्वांचल में विकास पुरुष की उपाधि मिली है लेकिन दिल्ली में रह रहे पूर्वांचलवासियों को अपनी बात समझाने में पूरी तरह से विफल रहे।