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गाजीपुर: पूर्व मंत्री स्व. कैलाश यादव के श्रद्धांजलि सभा से पूर्व सांसद राधेमोहन सिंह का गायब रहना बना चर्चा का विषय

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर पूर्व मंत्री स्‍व. कैलाश यादव की चौथी श्रद्धांजलि सभा में पूर्व सांसद राधेमोहन सिंह के गायब रहने की चर्चा आज जिले में जोरो पर थी। स्‍व. कैलाश यादव और राधेमोहन सिंह के दोस्‍ती जगजा‍हिर है। कैलाश यादव के निधन पर जिस प्रकार राधेमोहन सिंह ने बढचढकर वीरेंद्र यादव को संभाला था उसकी चर्चा आज भी समाजवादी करते है। क्‍या बात हुई कि लोकसभा चुनाव के बाद राधेमोहन सिंह ने विधायक वीरेंद्र यादव से दूरी बना ली और अपने मित्र पूर्व मंत्री स्‍व. कैलाश यादव के श्रद्धांजलि सभा में नही आये। इसको लेकर सपा और गैर राजनीतिक दलों में चर्चा आम है। सूत्रो के अनुसार कैलाश यादव के निधन के बाद वीरेंद्र यादव ने कहा था कि पिता जी ने पहली बार आपको लोकसभा का टिकट दिलवाया था और अथक प्रयास करके चुनाव जीतवाया था, उनके नही रहने पर मैं आपको टिकट दिलवाकर चुनाव जीतवाऊंगा। 

इसी वादे के क्रम में वीरेंद्र यादव ने लगभग तीन दर्जन वरिष्‍ठ समाजवादी नेताओं को लेकर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के दरबार में पहुंचे और राधेमोहन सिंह के समर्थन में कसीदे पढते हुए टिकट मांगा। सपा सुप्रीमो ने इस पर सहानभूति पूर्वक विचार करने का आश्‍वासन दिया। 2019 के लोकसभा चुनाव में प्रदेश के राजनीति में ऐतिहासिक घटना हुआ जिसमें सपा-बसपा का गठबंधन हुआ। गठबंधन के अंर्तगत बसपा सुप्रीमो मायावती ने वीटो पॉवर लगाते हुए गाजीपुर लोकसभा सीट का टिकट बसपा प्रत्‍याशी अफजाल अंसारी के झोली में डाल दिया। इस पर विधायक वीरेंद्र यादव और राधेमोहन सिंह का खेमा काफी मर्माहत हुआ। सूत्रो के अनुसार राधेमोहन सिंह ने विधायक वीरेंद्र यादव को कहा कि आप भी सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव के यहां टिकट के लिए दबाव बनाये और यहां तक की विधानसभा से इस्‍तीफा देने की पेशकस कर दें। 

इस बात पर विधायक वीरेंद्र यादव यू-टर्न लेते हुए कहा कि सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव मेरे लिए सबकुछ है। क्‍योंकि जो मैं आज हूं यह उन्‍ही के वजह से है। मेरे पिता के विधायक से लेकर मंत्री बनने, मेरी मां और मैं विधायक सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव और मुलायम सिंह यादव के वजह से हुए है। मैं इनको कभी भी नही धोखा दूंगा। इस बात पर इन दोनो बड़े नेताओं में खटक गयी और मतभेद बढता गया। दोनो पक्षो के चाटूकार कार्यकर्ता इन दोनो नेताओं में और दूरी बढा दिये। वीरेंद्र यादव ने गठबंधन के प्रत्‍याशी अफजाल अंसारी का पूरजोर मदद करके चुनाव जीतवा दिया जिसके चलते तल्ख्यिां और बढ गयी। इस संदर्भ में विधायक वीरेंद्र यादव ने गाजीपुर न्यूज़ टीम को बताया कि समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव मेरे लिए सब‍कुछ है। पार्टी के खिलाफ मैं कोई कार्य नही करूंगा, चाहे कोई खुश रहें या नाराज। पूर्व सांसद राधेमोहन सिंह ने बताया कि मेरी शुभकामनाएं वीरेंद्र यादव के साथ है। मैं दिल्‍ली में हूं इसलिए नही आ सका। दोनो नेता चाहे जो भी सफाई दे लेकिन असलीयत क्‍या है यह तो जनता जानती ही है।

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