अभी नहीं मिलेगी ठंड से निजात, सताती रहेगी सुबह-शाम की सर्दी
उत्तर भारत में पहाड़ों की तरफ से आने वाली शुष्क हवाएं हालात को और ज्यादा खराब कर रही हैं. मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के कारण हालात अभी और ज्यादा बेहतर नहीं होंगे.
गाजीपुर न्यूज़ टीम, उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के तमाम इलाकों में इस बार ऐसा लग रहा है कि सर्दी जाने वाली ही नहीं है. आमतौर से फरवरी के दूसरे सप्ताह से सर्दी (Cold) का असर तेजी से कम होता हुआ दिखाई देता था, लेकिन इस बार हालात ऐसे नहीं हैं. फरवरी का दूसरा सप्ताह बीतने को है, लेकिन सुबह और शाम सर्दी का सितम जारी है. हालात यह है कि सुबह पारा सामान से 4 से 5 डिग्री सेल्सियस तक नीचे चला जा रहा है. यही नहीं सुबह और शाम पढ़ने वाली ठंड की वजह से लोग अभी भी अपने गर्म कपड़े इस्तेमाल कर रहे हैं.
आखिर कब जाएगी सर्दी?
उत्तर भारत में पहाड़ों की तरफ से आने वाली शुष्क हवाएं हालात को और ज्यादा खराब कर रही हैं. मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ के कारण हालात अभी और ज्यादा बेहतर नहीं होंगे. पहाड़ों से जो हवाएं मैदान की तरफ आ रही है उनमें न सिर्फ नमी है, बल्कि ठंडी हवाओं की वजह से पारा लगातार नीचे जा रहा है. मौसम विभाग के पूर्वानुमान के अनुसार उत्तर पश्चिम दिशा से चलने वाली हवाएं पूरे इलाके में अभी भी ठंड का जबरदस्त एहसास करा रही हैं. ऐसा माना जा रहा है कि करीब 15 दिनों के बाद ही मौसम में सुधार होगा, और सुबह शाम पढ़ने वाली ठंड से निजात मिलेगी. मौसम वैज्ञानिक जेपी गुप्ता कहते हैं कि "21 फरवरी के बाद मौसम में ज्यादा परिवर्तन दिखाई देगा. तब तक आप को ठंड झेलना ही पड़ेगा".
सुबह-शाम पढ़ने वाली ठंड आपको कर सकती है बीमार
सुबह और शाम जिस तरह से पारा 4 से 5 डिग्री सेल्सियस तक कम हो रहा है उससे सबसे ज्यादा नुकसान बुजुर्गों और बच्चों को हो रहा है. चिकित्सक मानते हैं कि सुबह-शाम पड़ने वाली ठंड आम लोगों को बीमार भी बना सकती है. दिन में पारा क्योंकि सामान्य रह रहा है तो ऐसे में सुबह और शाम की ठंड काफी खतरनाक मानी जाती है. सुबह और शाम पड़ने वाली ठंड सबसे ज्यादा परेशान करने वाली होती है. ऐसे में लोगों को चाहिए कि कम से कम 15 दिन सुबह और शाम की ठंड से बचें.