गाजीपुर: सिद्धपीठ औढ़ारी मठ पर वैवाहिक सूत्रबंधन में बंधे 22 जोड़े
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर मनिहारी मानव सेवा समिति सिखड़ी की ओर से सिद्धपीठ औढ़ारी मठ पर महाशिवरात्रि पर सछ्वावना समावेशी सामूहिक विवाह में 22 जोड़े वैवाहिक सूत्रबंधन में बंधे। इसमें दो जोड़े मुस्लिम एवं 20 जोड़े हिदू परिवारों से एक दूसरे के जीवन साथी बने। राठी इंटरनेशनल संस्था की अध्यक्ष आशा, भानू प्रकाश राठी व डा. राकेश तिवारी ने वर-वधू को वस्त्र, आभूषण एवं अन्य उपहार प्रदान किया। साथ ही अगले वर्ष भी सामूहिक शादी कराने का संकल्प लिया।
सछ्वावना समावेशी सामूहिक विवाह में दूर दराज से आए लोगों की भीड़ दिन भर लगी रही। शादी के बाद वर-वधू ने आशीर्वाद लिया। जेएनयू के प्रोफेसर व समाजशास्त्री आनंद कुमार ने कहा कि जनसहभागिता और पवित्रता के साथ ऐसी शादियों को और भी बढ़ावा देने की जरूरत है। ऐसे उत्कृष्ट कार्य सरकारी प्रयास से भी हो रहे हैं। ऐसे कार्यक्रमों में लोगों को बढ़-चढ़कर हिस्सा लेना चाहिए। कार्यक्रम संयोजक रमेश यादव, रामाश्रय चौहान, प्रबंधक रमेश यादव, धीरेंद्र नाथ श्रीवास्तव, पूर्व मंत्री डा. रमाशंकर राजभर, समाजसेवी ब्रजभूषण दूबे, सपा नेता रामधारी यादव, पूर्व प्रमुख विजय यादव, भाजपा नेता प्रभुनाथ चौहान, पूर्व प्रमुख संतोष यादव आदि थे। अध्यक्षता प्रो. आनंद कुमार व संचालन संतोष यादव ने किया। जिला पंचायत अध्यक्ष आशा यादव एवं जिला पंचायत सदस्य सीमा यादव ने आभार जताया।
कार्यक्रम में यह लोग हुए सम्मानित
- पूरे परिवार का मरणोपरांत देहदान का संकल्प लेने तथा पत्नी लीलावती देवी का देहदान पूर्ण करने वाले युसूफपुर खड़ंवा के माकण्डेय दुबे।
- अध्यापन सादा जीवन, शाकाहार तथा पंचायती राज व्यवस्था में उल्लेखनीय योगदान के लिए बघाई बहरियाबाद के शिक्षक रामाश्रय यादव उर्फ दुबे जी।
- दिल्ली विश्वविद्यालय के सेवानिवृत्त प्रोफेसर आनंद कुमार को उनके वैश्विक योगदान के लिए।
- समाजसेवी आशा भानू, प्रकाश राठी एवं डा. राकेश तिवारी को अभावग्रस्त बेटियों की शादियों में महत्वपूर्ण आर्थिक भूमिका के लिए।