दर्पण डैशबोर्ड के जरिए हाईटेक होंगे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, एक क्लिक से पूरे प्रदेश पर रखेंगे नजर
बदलते हुए परिवेश और समाज में टेक्नोलॉजी के बढ़ते हुए दखल को देखते हुए सीएंम योगी भी टेक्नोफ्रैंडली नजर आने लगे हैं.
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) टेक्नोलॉजी के साथ कदमताल करते नजर आ रहे है. अब जल्द ही सीएम योगी जहां से चाहे वहां से फाईलों के निपटाते नजर आएंगे. जिसके लिए खासतौर पर दर्पण डैशबोर्ड तैयार करवाया गया है. इस डैशबोर्ड के जरिये मुख्यमंत्री न सिर्फ सरकार की परियोजनाओं की ऑनलाइन मॉनिटरिंग करेंगे, बल्कि लापरवाही करने वाले अधिकारियों की जवाबदेही भी तय कर सकेंगे.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को भले ही अब तक लोगों ने अक्सर पूजा अर्चना करते देखा हो, लेकिन अब प्रदेश उनका बदला हुआ अंदाज देखेगा. बदलते हुए परिवेश और समाज में टेक्नोलॉजी के बढ़ते हुए दखल को देखते हुए सीएंम योगी भी टेक्नोफ्रैंडली नजर आने लगे हैं. फिर चाहे वो मीटिग हो या फिर हवाई यात्रा सीएम के हाथों में आईपैड लिए सरकारी काम-काज निपटाते नजर आ रहे हैं.
दर्पण डैशबोर्ड के ये है खासियत
सीएम के काम को आसान और योजनाओं की मॉनिटरिंग के लिए खासतौर पर दर्पण डैशबोर्ड तैयार करवाया गया है. जिसमें लगभग सभी विभागों की परियाजनाओं को जोड़ा गया है. जो अब तक नहीं जुड़ पायी हैं, उन्हे अगले महीने तक जोड़ा जायेगा. मुख्यमंत्री के सचिव आलोक कुमार इसका जिम्मा संभाल रहे हैं. बातचीत में अहम जानकारी देते हुए सचिव मुख्यमंत्री आलोक कुमार ने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ काफी समय ई आफिस की वकालत करते रहे हैं. और इसी कड़ी में सरकार की तमाम फाईलों से लेकर जिलेवार आंकड़ा अगर मुख्यमंत्री के पास उपलब्ध हो तो जिले के अधिकारियों के काम-काज की रफ्तार पर नजर रखने के साथ-साथ सीएम कही से भी जरूरी काम काज निपटा सकते हैं. हांलाकि अभी इस डैशबोर्ड को और भी ज्यादा हाईटेक बनाया जा रहा है. जिसको लेकर आईटी टीम जुटी हुई है.
अधिकारियों की तय होगी जवाबदेही
ऐसा इसलिए किया गया है कि क्योंकि मुख्यमंत्री योगी को आये दिन यूपी और यूपी के बाहर भी अलग अलग स्थानों पर चुनाव प्रचार के लिए जाना पड़ता है और जल्द ही आने वाले दिनों में सीएम का जिलों में औचक निरीक्षण शुरू होने वाला है. ऐसे में मुख्यमंत्री जिस भी जिले में होंगे वहां के जिले के योजनाओं की नवीनतम रिपोर्ट देखकर अधिकारियों की जिम्मेदारी और जवाबदेही तय कर सकेंगे. इतना ही नहीं कई बार सीएम प्रदेश के बाहर दौरे पर होने की वजह से कई कार्यक्रमों की लिखित अनुमति मिलने में परेशानी होती है. लेकिन दर्पण डैशबोर्ड के साथ ईमेल लिंक करने के बाद सीएम कहीं भी बैठकर अधिकारियों को लिखित अनुमति दे सकते हैं.
यहां तक कि सीएम योगी एक क्लिक पर ये भी देख सकेंगे फलां जिलें में किसी व्यक्ति विशेष को सहायता मिलने में कितनी देरी और क्यों हुई. गलती किसके स्तर पर हुई. यानि की अधिकारियों की हीला हवाली भी सीएम के नजरों के सामने होगी. साथ-साथ निर्माण योजनाओं में 50 करोड़ से अधिक की इंफ्रास्टचर डेवलपमेंट से जुड़ी परियोजाओं को दर्पण पर अपडेट किया जायेगा. जैसे किसी प्रशासनिक भवन या स्कूल कॉलेज के निर्माण कार्य की प्रगति, लागत और समय सीमा तीनों एक क्लिक पर तय की जाएगी. यानि कि अब टेक्नोसेवी सीएम योगी टेक्नोलॉजी के जरिए पूरे प्रदेश पर नजर रखेंगे.