सीएए संविधान की भावना से किया गया खिलवाड़, खराब हो रहा वसुधैव कुटुंबकम का नारा- अखिलेश यादव
- सीएए और एनआरसी को लेकर पिछले करीब डेढ़ महीने से दिल्ली के शाहीन बाग इलाके में प्रदर्शन हो रहे हैं. इस प्रदर्शन में बड़ी संख्या में महिलाएं शामिल हैं.
- प्रदर्शनकारी लगातार मोदी सरकार पर संविधान को कुचलने और लोकतंत्र को खत्म करने जैसे आरोप लगा रहे हैं.
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को संविधान की भावना से किया गया खिलवाड़ बताया है. सीएए के खिलाफ शाहीन बाग में चल रहे प्रदर्शन पर अखिलेश ने कहा कि मोदी सरकार को जनभावनाओं का सम्मान करना चाहिए. उन्होंने कहा कि शाहीन बाग में प्रदर्शन कर रहे लोगों से बीजेपी और सरकार के लोगों को बातचीत भी करनी चाहिए.
यहां जो आया उसको हमने अपना लिया- अखिलेश यादव
अखिलेश यादव ने संसद भवन परिसर में शुक्रवार को कहा, "भारत में तमाम जातियों और धर्म के लोग रहते हैं. यही हमारी अच्छाई है. जो यहां आया उसको हमने अपना लिया या उसने देश को अपना लिया. यही तो हमारी संस्कृति की विशेषता है."
अखिलेश यादव ने कहा, "हम वसुधैव कुटुंबकम की बात करते हैं. ऐसे में तो यह नारा ही खराब हो रहा. अब हम जाकर अमेरिका में कहेंगे कि उस संस्कृति से आते हैं, जिसमें कहा गया है कि धरती पर सब लोग एक परिवार के हैं तो फिर हम किस रास्ते पर जा रहे हैं."
अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी का यह खेल पुराना है
शाहीन बाग को मुद्दा बनाए जाने के सवाल पर अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी का यह खेल पुराना है. वह 2014, 2017 और 2019 में भी यह खेल खेल चुकी है. अखिलेश यादव ने सरकार से युवाओं के सपनों को पूरा करने की दिशा में काम करने की अपील की. उन्होंने कहा कि बेहतर है कि सरकार नए कॉलेज और यूनिवर्सिटीज बनाए और गंगा की सफाई पर ध्यान लगाए.
अखिलेश पहले भी सीएए एनपीआर को लेकर केंद्र सरकार को निशाना साध चुके हैं...
अखिलेश यादव ने राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) और राष्ट्रीय नागरिक पंजी (एनआरसी) को देश के गरीबों और अल्पसंख्यकों के खिलाफ करार देते हुए कहा था कि वह एनपीआर के लिए कोई फॉर्म नहीं भरेंगे. अखिलेश ने कहा ''चाहे एनआरसी हो या एनपीआर, यह हर गरीब, हर अल्पसंख्यक और हर मुस्लिम के खिलाफ है.''
उन्होंने कहा था ''सवाल यह है कि हमें एनपीआर चाहिए या रोजगार? अगर जरूरत पड़ी तो मैं पहला व्यक्ति होउंगा जो कोई फॉर्म नहीं भरेगा. आप साथ देंगे कि नहीं. नहीं भरते हैं तो हम और आप सब निकाल दिए जाएंगे. हम तो नहीं भरेंगे, बताओ आप भरोगे?''
समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष ने कहा था कि जो पुलिसकर्मी नए नागरिकता कानून और एनआरसी का विरोध करने वाले लोगों पर लाठियां चला रहे हैं, उन्हें बताया जाना चाहिए कि उनसे भी उनके माता-पिता का प्रमाणपत्र मांगा जाएगा. उन्होंने कहा कि सभी भारतीय लोग ऐसे लोगों से भारत बचाएं जो संविधान की धज्जियां उड़ा रहे हैं.