IAS बनना है सपना, बस में कंडक्टरी के साथ रोज करते हैं पढ़ाई!
नोट: इस स्टोरी में ‘फैक्ट चेक’ के बाद सुधार किया गया है। पूर्व में मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से कहा गया था कि BMTC में बस कंडक्टरी करने वाले मधु एनसी ने ‘संघ लोक सेवा आयोग’ की मेन्स परीक्षा पास कर ली और 25 मार्च को उनका इंटरव्यू है। लेकिन ‘फैक्ट चेक’ में पाया गया कि मधु ने गलत रिजल्ट लिस्ट में अपना रोल नंबर देखा था। ऐसे में उनके द्वारा मेन्स परीक्षा पास करने की जानकारी गलत है।
यह था पूरा मामला…
इनका नाम है मधु एनसी। पेशे से कंडक्टर हैं। लेकिन उनके भीतर कुछ बेहतर करने की आग हमेशा जलती रही। उन्होंने जिंदगी की मुश्किलों का सामना किया। साथ ही, खूब मेहनत की। आज की तारीख में वह चर्चा का विषय बन चुके हैं। हिम्मत की मिसाल बन चुके हैं। क्योंकि रोजाना बस कंडक्टरी करते हुए उन्होंने 5 घंटे पढ़ाई की और यूपीएससी (संघ लोक सेवा आयोग) की मेन्स परीक्षा पास कर ली। 25 मार्च को उनका इंटरव्यू है। इसे पास करने के साथ ही वो आईएएस या फिर आईपीएस अफसर होंगे।
क्या है कहानी?
मधु, बेंगलुरु मेट्रोपोलिटन ट्रांसपोर्ट कारपोरेशन (BMTC) की बस में कंडक्टरी करते हैं। हालांकि, जब उन्होंने यूपीएससी के रिजल्ट की फेहरिस्त देखी, तो उनकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। क्योंकि ये वही लम्हा था जिसे हर वो शख्स जीना चाहता है जो आईएएस बनने की राह पर निकलता है।
जून में दी पहली परीक्षा
मधु 29 साल के हैं। उन्होंने पिछले साल जून महीने में प्रिलियम्स के पेपर दिए थे। जिसे क्लियर करने के बाद उन्होंने अक्टूबर में मुख्य परीक्षा दी। अब उन्होंने उसे भी पास कर लिया है। अंतिम पड़ाव इंटरव्यू का है, जो 25 मार्च को होना है। उम्मीद है कि मधु अपने ख्वाब को हकीकत बना लेंगे।
19 साल की उम्र में शुरू की नौकरी
मधु, कर्नाटक के मंड्या के एक छोटे से गांव मालवल्ली के रहने वाले हैं। वह 19 साल के थे, जब उन्होंने स्कूल खत्म करने के बाद कंडक्टरी शुरू की। और हां, नौकरी के साथ उन्होंने डिस्टेंस से ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन की। उनके पास पॉलिटिकल साइंस में मास्टर की डिग्री है। वह कहते हैं, ‘मेरे माता-पिता को यह नहीं पता है कि मैंने कौन सी परीक्षा पास की है। लेकिन वह बेहद खुश हैं। मैं अपने परिवार से पढ़ाई करने वाला पहला शख्स हूं।’
अपनी बॉस जैसा बनना चाहते हैं
मधु, 8 घंटों तक कंडक्टरी करते हैं। वह कहते हैं, ‘यह एक थका देने वाली नौकरी है। खूब मेहनत करनी पड़ती है। घंटों भीड़ से भरी बस में इधर-उधर फिरते हुए टिकट काटना आसान नहीं है। इंटरव्यू क्लियर होने के बाद इस नौकरी को छोड़कर वह अपने वर्तमान बॉस, सी शिखा (BMTC मैनेजिंग डायरेक्टर ) की तरह आईएएस अफसर बनना चाहते हैं।’
जब फेल हुए थे परीक्षा में
वह बताते हैं कि हर हफ्ते दो घंटे उनकी बॉस शिखा उन्हें इस इंटरव्यू के लिए गाइड करती हैं। वह आगे कहते हैं कि उन्होंने हमेशा मेरी मदद की है। हालांकि, यूपीएससी से पहले साल 2014 में मधु ने ‘कर्नाटक प्रशासनिक सेवा’ की परीक्षा दी थी। लेकिन वो उसे पास नहीं कर सके। इसके अलावा उन्होंने 2018 में यूपीएससी की परीक्षा भी दी। लेकिन सफल नहीं हो सके।
नहीं मानी कभी हार…
इतना होने के बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी। उन्होंने खुद को मजबूत किया। उन्होंने नौकरी करके घरवालों का हाथ बटाया। साथ ही, अपने ख्वाब को पूरा करने के लिए रोजाना 5 घंटे पढ़ाई करनी शुरू की। वह रोज सुबह 4 बजे उठते हैं। पढ़ाई करने के बाद काम पर निकल जाते हैं। मधु ने कोचिंग सेंटर ज्वाइन करने के बजाय अपने वरिष्ठ साथियों और इंटरनेट का सहारा लिया।