केंद्रीय विद्यालय के छात्र ने खुद के अपहरण की रची कहानी, फेसबुक पर मांगा फिरौती
उत्तर प्रदेश, लखनऊ ओमपुरवा से अचानक गायब हुए केंद्रीय विद्यालय कैंट के छात्र ने खुद ही अपहरण की कहानी रची थी। पुलिस के सामने जब उसने सचाई बयां की तो सभी के पांव तले जमीन खिसक गई। बारहवीं में पढऩे वाला छात्र घर न लौटा तो उसे घरवालों की डांट के डर से अपहरण की योजना बनाई। मंगलवार को पुलिस ने छात्र की बरामदगी कर ली है। ओमपुरवा निवासी गुटखा कंपनी के सुपरवाइजर नरेश कुमार का 18 वर्षीय बेटा स्वयं कुमार केवी कैंट में इंटर का छात्र है। बीती 24 जनवरी को अंकुर घर से स्कूल जाने की बात कहकर निकला था। देर रात तक छात्र के घर नहीं लौटने पर स्वजनों ने उसकी तलाश शुरू की थी।
इस बीच रविवार को मां बीनू और फतेहपुर निवासी मौसी की बहू रीना के फेसबुक अकाउंट पर एक लाख रुपये की फिरौती के मैसेज आए। इससे परिवार दहशत में आ गया था और पिता ने चकेरी थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी। पुलिस ने साइबर सेल की मदद से फेसबुक अकाउंट की जानकारी करने के साथ छात्र के दोस्तों और परिचितों से पूछताछ शुरू की थी। जांच के दौरान पुलिस ने छात्र के मोबाइल को सर्विलांस पर लगाया तो मंगलवार को उसकी लोकेशन घंटाघर स्टेशन पर मिली। पुलिस ने मौके पर जाकर छात्र को बरामद किया। छात्र को पुलिस थाने लेकर आई और घर वालों को भी बुलाया।
घर वालों के आने पर पुलिस ने उससे घटना के बारे में पूछा। छात्र ने जब सचाई बताई तो सुनने वाले सभी लोग सन्न रह गए। उसने अपने अपहरण की कहानी खुद ही रची थी और मां और मौसेरे भाई की भाभी को मैसेज भेजा था। थाना प्रभारी रणजीत राय ने बताया कि छात्र 24 जनवरी को घरवालों से झूठ बोलकर दोस्तों के साथ लखनऊ गया था। वहां देरी होने पर परिवार वाले खोजते हुए स्कूल पहुंचे तो प्रिसिंपल ने उसे फोन किया। इसके बाद छात्र ने घर में डांट खाने के डर से फर्जी फेसबुक आईडी बनाई और खुद के अपहरण की साजिश रचकर फिरौती का मैसेज कर दिया। इसके बाद वह कानपुर के आस-पास जिलों में घूमता रहा। मंगलवार को जैसे छात्र की लोकेशन कानपुर मिलते ही तुरंत उसे बरामद करके स्वजनों के सिपुर्द कर दिया गया है।