UPTET 2019: यूपीटीईटी कल, परीक्षा केंद्र जाने से पहले जान लें ये नियम
UPTET 2019: 8 जनवरी यानी कल यूपीटीईटी परीक्षा का आयोजन होगा। उत्तर प्रदेश शिक्षक पात्रता परीक्षा (यूपी-टीईटी) में इस बार 16,34,249 से ज्यादा अभ्यर्थी परीक्षा देंगे। एनआईसी से मिले आंकड़ों के मुताबिक प्राथमिक स्तर की परीक्षा के लिए 10,68,912 और उच्च प्राथमिक स्तर में 5,65,337 अभ्यर्थियों ने फार्म भरा है। 5,78,376 अभ्यर्थियों ने सिर्फ प्राथमिक स्तर की परीक्षा के लिए आवेदन किया है जबकि 74,801 अभ्यर्थी उच्च प्राथमिक स्तर की टीईटी में शामिल होना चाहते हैं। 4,90,536 अभ्यर्थियों ने दोनों स्तर की परीक्षा के लिए फार्म भरा है। बीएड अभ्यर्थियों को प्राथमिक की अनुमति मिल जाने के कारण प्राथमिक स्तर की परीक्षा देने वाले अभ्यर्थियों की संख्या अधिक है। पहली पाली की परीक्षा 10 से 12 और दूसरी पाली की परीक्षा 02:30 से 05:30 बजे तक होगी। अभ्यर्थियों को एक घंटा पहले सेंटरों पर पहुंचना होगा।
ध्यान रखें ये बातें
- सफेदा (करेक्टिव फ्लूड या व्हाइटनर) लगाया तो आंसर-शीट के रूप में मिली ओएमआर शीट नहीं जांची जाएगी। यानी व्हाइटनर लगाने की एक गलती अभ्यर्थी की पूरी मेहनत पर पानी फेर देगी।
- परीक्षा केंद्र पर प्रवेश पत्र के साथ अभ्यर्थी को अपने ऑनलाइन आवेदन में अंकित फोटो युक्त पहचान पत्र तथा प्रशिक्षण योग्यता के प्रमाणपत्र या किसी भी सेमेस्टर के अंकपत्र की मूल प्रति साथ लाना अनिवार्य है।
- अभ्यर्थियों के पास प्रशिक्षण योग्यता के मूल अंक पत्र उपलब्ध न होने की स्थिति में संबंधित प्रशिक्षण संस्था के प्राचार्य या सक्षम अधिकारी द्वारा प्रमाणित इंटरनेट से प्राप्त अंकपत्र की प्रस्तुति करने पर परीक्षा में सम्मिलित हो सकता है। इसके बिना परीक्षा केंद्र में प्रवेश की अनुमति नहीं मिलेगी।
- यही नहीं यदि कोई परीक्षार्थी सादी ओएमआर शीट जमा करता है तो कक्ष निरीक्षक उस पर अभ्यर्थी से क्रॉस कराएंगे। क्योंकि उसका मूल्यांकन नहीं होगा। उत्तर पत्रक (ओएमआर शीट) पर दिए स्थान पर पेन से हल किए गए प्रश्नों की संख्या शब्दों एवं अंकों में लिखना जरूरी है। प्रश्न पुस्तिका और उत्तर पत्रक की कार्बन कॉपी की एक कॉपी अभ्यर्थी परीक्षा के बाद अपने साथ ले जा सकेंगे।
प्राथमिक स्तर की परीक्षा
प्राथमिक स्तर तक की कक्षाओं में पढ़ाना चाहते हैं तो इसके लिए प्राथमिक वर्ग में आवेदन करना होगा। इस परीक्षा की अवधि ढाई घंटे होगी। इसमें कुल 150 प्रश्न पूछे जाएंगे। सभी प्रश्नों के चार विकल्प होंगे। प्रत्येक प्रश्न के लिए एक अंक निर्धारित होगा। ये प्रश्न हिन्दी व अंग्रेजी दोनों माध्यमों में पूछे जाएंगे। इसमें निगेटिव मार्किंग नहीं है। पूछे जाने वाले प्रश्न पांच सेक्शनों से संबंधित हैं- बाल विकास एवं अभिज्ञान, भाषा-एक (हिन्दी), भाषा-दो (अंग्रेजी, संस्कृत अथवा उर्दू), गणित, पर्यावरणीय शिक्षा आदि।
उच्च प्राथमिक स्तर का स्वरूप
उच्च प्राथमिक स्तर की परीक्षा उन अभ्यर्थियों के लिए है, जो कक्षा 6 से 8 तक की कक्षाओं में पढ़ाने के इच्छुक हैं। इसकी भी अवधि ढाई घंटे की होगी तथा पूछे जाने वाले प्रश्नों की संख्या 150 होगी। यह परीक्षा प्राथमिक स्तर से थोड़ी भिन्न होती है। इसमें पूछे जाने वाले प्रश्न चार सेक्शनों जैसे- बाल विकास एवं अभिज्ञान, भाषा-एक (हिन्दी), भाषा-दो (अंग्रेजी, संस्कृत अथवा उर्दू), गणित व विज्ञान विषय अथवा सामाजिक अध्ययन विषय से संबंधित हैं।