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सिर्फ UP DGP के रिटायरमेंट पर विदाई देने निकलती है ये कार, जानें पूरा इतिहास

उत्तर प्रदेश पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह के रिटायरमेंट के खास मौके पर पुलिस विभाग ने लखनऊ पुलिस लाइन पर शानदार समारोह का आयोजन किया और परेड के साथ डॉज किंग्सवे विंटेज कार में उन्हें बिठाकर विदाई दी.
उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह शुक्रवार को रिटायर हो गए. इस खास मौके पर पुलिस विभाग ने लखनऊ पुलिस लाइन पर शानदार समारोह का आयोजन किया और परेड के साथ डॉज किंग्सवे विंटेज कार में उन्हें बिठाकर विदाई दी. इस विंटेज कार का अपना अलग इतिहास है और यह सिर्फ DGP को विदाई देने के लिए ही निकाली जाती है. आइए जानते हैं इस कार का इतिहास.


किंग्सवे डॉज नाम की इस कार को क्रिसलर कारपोरेट कंपनी ने बनाया. 29 नवंबर 1956 में इसे SSP लखनऊ के नाम पर खरीदा गया था. उस समय 61,063.81 रुपए में खरीदी गई यह कार अब DGP के नाम पर है.

राज्य पुलिस मोटर वाहन अधिकारी सीतापुर से ये कार खरीदकर लाए थे और तब के SSP लखनऊ को सौंप दी थी. इसके बाद यह कार इंस्पेक्टर जनरल ऑफ पुलिस (IGP) की सेवा में सौंप दी गई, आगे चलकर IGP का पद बदलकर DGP का हो गया. ये कार कितनी खास थी ये ऐसे समझा जा सकता है कि पूरे लखनऊ में इसकी सर्विस करने वाला सिर्फ एक मैकेनिक था जिसकी कुछ साल पहले मृत्यु हो चुकी है.

तीन गियर वाली चुनिंदा गाड़ियों में शामिल
किंग्सवे डॉज कार की लंबाई 481.3 सेंटीमीटर, चौड़ाई 186.4 सेंटीमीटर और ऊंचाई 161.6 सेंटीमीटर है. 3600cc और 6 सिलिंडर वाली यह कार आज के समय टोयोटा फॉर्चूनर, क्रिस्टा या टाटा सफारी से भी ज्यादा लंबी है. इसके अलावा इसका गियर बॉक्स बहुत खास है. तीन गियर वाली चुनिंदा कारें दुनिया में मौजूद हैं जिनमें से एक यह है.
यह कार अब उत्तर प्रदेश पुलिस के DGP के रिटायर होने पर ही निकाली जाती है. इस मौके पर इसे सजाया जाता है. उसके पहले इसे चलाकर इसकी पूरी तरह से जांच की जाती है ताकि समारोह के समय यह धोखा न दे जाए. DGP को इस कार में बिठाकर आगे रस्सी से पुलिस कर्मी इसे खींचते हैं. यही परंपरा ओपी सिंह की विदाई पर भी फॉलो की जा रही है.

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