नाबालिग के रेप आरोपी की खातिरदारी में जुटी UP पुलिस, 10 दिन बाद भी नहीं भेजा जेल
दुष्कर्म (Rape) का आरोपी युवक, थाने में रखे बेंच पर आराम फरमाता है. पुलिस पर आरोप है कि दस दिन पहले गिरफ्तार करने के बाद भी उसे जेल नहीं भेजा गया.
कुशीनगर. अपने कारनामों से हमेशा खबरों में रहने वाली कुशीनगर पुलिस (Police) एकबार फिर सुर्खियों में है. जिले की विशुनपुरा थाने की पुलिस एक दुष्कर्म (Rape) के आरोपी को पिछले दस दिनों से थाने में बैठाकर आवभगत कर रही है. दुष्कर्म का आरोपी युवक, थाने में रखे बेंच पर आराम फरमाता है. पुलिस पर आरोप है कि दस दिन पहले गिरफ्तार करने के बाद भी उसे जेल नहीं भेजा गया. इतना ही नहीं आरोपी के परिजन पीड़ित किशोरी के परिजनों पर सुलह करने का दबाव भी बना रहे हैं.
आरोपी को अबतक नहीं भेजा जेल
आरोप है कि बीते 15 जनवरी को नाबालिग के साथ उसी गांव के रहने वाले युवक ने दुष्कर्म किया था. परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज करके उसे गिरफ्तार भी कर लिया था लेकिन 10 दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस ने आरोपी युवक को जेल नहीं भेजा. इस बात की जानकारी होने पर एसपी ने थानेदार को हटाकर पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है .
आरोपी की रही है खातिरदारी
सरकार यूपी पुलिस को सुधारने का लाख प्रयास कर रही है लेकिन यूपी पुलिस में अभी भी ऐसे लोग हैं जो पुलिस की साख पर बट्टा लगा रहे हैं. ताजा मामला कुशीनगर जिले के विशुनपुरा थाने का है जहां नाबालिग से दुष्कर्म करने वाले युवक को थाने में बैठाकर आवभगत किया जा रहा है. पुलिस ने आरोपी पर केस दर्ज करने के बाद दस दिन पहले गिरफ्तार किया था लेकिन अभी तक उसे जेल नहीं भेजा है.
आरोपी को छोड़ा खुला
इतना ही नहीं पुलिस ने उसे बेंच पर बैठने और थाने में कहीं भी आने-जाने के लिए खुला छोड़ दिया है. एक तरफ जहां सरकार महिलाओं और बच्चियों की सुरक्षा के लिए गंभीर है तो वहीं विशुनपुरा थाने की पुलिस द्वारा दुष्कर्म के आरोपी को दस दिन से थाने में बैठाना तमाम सवाल खड़ा कर रहा है.
पीड़ित परिवार पर डाला सुलह का दबाव
वहीं पीड़ित के परिजनों का आरोप है कि पुलिस उनपर सुलह करने का भी दबाव बना रही है. उल्टा पुलिस मे ग्राम प्रधान को भी अपनी तरफ मिला लिया है. जानकारी होने के बाद एसपी ने विशुनपुरा थानाध्यक्ष को हटाकर पूरे मामले की जांच करने की बात कह रहे हैं.