योगी सरकार का बड़ा एक्शन, 5 ARTO निलंबित, 2 के खिलाफ FIR के आदेश
मामले में संजय झा एआरटीओ कन्नौज, एआरटीओ मोहम्मद हसीब वर्तमान तैनाती हमीरपुर, के विरुद्ध फिटनेस देने में लापरवाही और गड़बड़ी के आरोप में एफआईआर दर्ज कराने का निर्देश भी दिया गया है.
कन्नौज बस हादसा मामले (Kannauj Bus Accident Case) में प्रमुख सचिव परिवहन राजेश सिंह ने कार्य में लापरवाई बरतने और अनियमितता के आरोप में यूपी के पांच एआरटीओ को निलंबित कर दिया है. स्लीपर बस में आग लगने और कई यात्रियों की मौत की घटना को गम्भीरता से लेते हुए ये कार्रवाई की गई है. यही नहीं मामले में संजय झा एआरटीओ कन्नौज, एआरटीओ मोहम्मद हसीब वर्तमान तैनाती हमीरपुर, के विरुद्ध फिटनेस देने में लापरवाही और गड़बड़ी, के आरोप में एफआईआर दर्ज कराने का निर्देश भी दिया गया है.
वित्तीय अनियमितता के भी आरोप
इनके अलावा एआरटीओ लखनऊ संजय तिवारी के रायबरेली में तैनाती के दौरान गबन के आरोप और कन्नौज एआरटीओ संजय झा को बस जलने और लापरवाही, प्रवर्तन कार्य न करने, फ़ाइल गायब करने के आरोप में निलंबित किया गया है. इसी तरह अमेठी की एआरटीओ पुष्पांजलि गौतम प्रवर्तन काम मे लापरवाही और कैशबुक में वित्तीय अनियमितता के आरोप में सस्पेंड की गईं. वहीं फर्रुखाबाद एआरटीओ शांति भूषण पांडेय को वित्तीय अनियमितता और प्रवर्तन काम मे लापरवाही बरतने के आरोप में निलंबित किया गया है.
तो एआरटीओ खुद को बचाने के लिए कागज बता रहे थे पूरे?
बता दें कन्नौज में डबल डेकर स्लीपर बस और ट्रक की जबरदस्त टक्कर (Bus Accident) में 20 लोगों की मौत हो गई थी. इस हादसे के बाद परिवहन विभाग की तरफ से बस के ड्राइवर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई. इसके अलावा विभाग की तरफ से कई बिंदुओं पर जांच की गई. शुरुआती जांच के बाद एआरटीओ ने कहा था कि अभी तक जांच में बस के सभी कागजात पूरे पाए गए हैं. इसके अलावा गाड़ी की फिटनेस और बीमा भी वैध पाया गया है. यही नहीं बस का जो ऑल इंडिया परमिट है, वह भी जांच में वैध पाया गया है. एआरटीओ के अनुसार, मामले में विभाग अन्य बिंदुओं की जांच कर रहा है.