गोरखपुर में फरवरी से खुलेगा साइबर थाना, ऑनलाइन फ्रॉड के पीड़ित यहां कर सकते हैं शिकायत
उत्तर प्रदेश शासन के निर्देश पर गोरखपुर (Gorakhpur) में नया थाना बनाने के लिए जमीन तलाशी जा रही है, अभी फिलहाल साइबर फ्राड के शिकार लोगों को राहत देने के लिए पुलिस लाइन के एक भवन में अस्थाई रूप से थाना खोलने की तैयारी चल रही है. डीआईजी राजेश मोदक का कहना है कि अभी अस्थाई भवन में थाना खोला जायेगा.
जैसे-जैसे लोग हाईटेक हो रहे हैं, वैसे-वैसे अपराध का तरीका भी बदलता जा रहा है. अब लोग रुपया बैंक में रखते हैं और ऑनलाइन ट्रेडिंग करते हैं इसलिए अब अपराधी लोगों की जेब ऑनलाइन ही काट दे रहे हैं. अधिक पैसा देने की लालच या फिर एटीएम पिन बदलने का झांसा देकर साइबर अपराधी आम लोगों के बैंक एकाउंट से रुपये गायब कर दे हैं. साइबर फ्राड (Cyber Fraud) के शिकार लोगों को ये पता ही नहीं होता है कि वो अपना शिकायत कहां पर दर्ज कराएं? थाने पर शिकायत दर्ज कराने से उन्हें न्याय नहीं मिलता है क्योंकि थाने के पास संसाधन कम हैं साथ ही काम बहुत ज्यादा है. साइबर अपराधियों पर नकेल कसने के लिए एक हाईटेक टीम का होना भी बहुत जरूरी होता है. गोरखपुर में साइबर क्राइम के बढ़ते मामले को देखते हुए यहां पर एक साइबर थाना खोलने की तैयारी की जा रही है.
फरवरी के पहले हफ्ते से शुरू होगी अस्थाई व्यवस्था
शासन के निर्देश पर नया थाना बनाने के लिए जमीन तलाशी जा रही है, अभी फिलहाल साइबर फ्राड के शिकार लोगों को राहत देने के लिए पुलिस लाइन के एक भवन में अस्थाई रूप से थाना खोलने की तैयारी चल रही है. डीआईजी राजेश मोदक का कहना है कि अभी अस्थाई भवन में थाना खोला जायेगा. साइबर क्राइम थाना इसलिए जरूरी हो गया है कि बहुत से लोगों के साथ फ्रॉड हो जाता है तो उन्हें पता ही नहीं चलता है कि जाना कहां है और किससे इसकी शिकायत करनी है. जिससे गया पैसा वापस मिल जाए. आम आदमी फिर बिना शिकायत ही साइबर फ्राड को जाने देते हैं, इसलिए अब पुलिस भी लोगों में जागरूकता फैलायेगी. उन्हें बताया जायेगा कि अगर आपके साथ कहीं कोई फ्राड हो रहा है तो आप शिकायत दर्ज करायें, पुलिस आपकी मदद करेगी.
डीआईजी ने सभी थानेदारों को दिए ये निर्देश
इसी कड़ी में थाना खोला जा रहा है. साथ ही डीआईजी राजेश मोदक ने कहा कि सभी थानेदारों को ये निर्देश दिया गया है अगर कोई साइबर फ्राड से पीड़ित व्यक्ति आता है तो उसकी एफआईआर दर्ज की जाए. जिससे वो व्यक्ति बैंक में जाकर अपना एकाउंट बद करा सके. न्यूज 18 की टीम जब डीआईजी ऑफिस से बाहर निकल रही थी कि तभी बड़हलगंज निवासी राजेश ये शिकायत करने पहुंचे कि उनके साथ साइबर अपराधियों ने फ्रॉड किया गया है. उनके एकाउंट से 24 हजार रुपये की खरीददारी गुड़गांव में कर ली गई. उन्हें ये पता ही नहीं था कि वो कहां जाएं? काफी दौड़ भाग के बाद उन्होंने अपना एकाउंट बंद कराया. अब पैसा उनका वापस मिलेगा भी कि नहीं ये उन्हे पता नहीं.
साइबर थाना खुलने के बाद अब इन जैसे लोगों के लिए सुविधा हो जायेगी कि इन्हे भटकना नहीं पड़ेगा. आपके साथ अगर साइबर ठगी होती है तो थाने पर आकर अपना मुकदमा दर्ज कराकर आगे की कार्रवाई कर सकते हैं. साथ ही हाईटेक पुलिस पीड़ित व्यक्ति को न्याय दिलाने में जुट जायेगी.