गाजीपुर: रिकवरी के आदेश को आरोपितों का ठेंगा
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर मरदह विकासखंड के नोनरा गांव में विकास के नाम पर लाखों रुपये के हुए घोटाले के मामले में एक माह बाद भी महिला ग्राम प्रधान, सचिव व तकनीकी सहायक ने रिकवरी की घनराशि जमा नहीं की है। यह तब है, जबकि तत्कालीन सीडीओ ने एक सप्ताह के अंदर तीनों से अलग-अलग 56 हजार 410 रुपये जमा कराने का निर्देश दिया था। विकास के नाम पर एक लाख 69 हजार 230 रुपये हुए गड़बड़झाला की राशि वसूलने की जिम्मेदारी खंड विकास अधिकारी को सौंपी थी, लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है।
बीते वर्ष ग्रामीणों ने विकास कार्याें के अलावा दयालपुरी बाबा स्थान से चौहान बस्ती तक मिट्टी खड़जा कार्य के नाम पर लाखों रुपये गड़प करने की शिकायत जिले के उच्चाधिकारियों से की थी। तत्कालीन सीडीओ हरिकेश चौरसिया ने पूरे मामले की जांच कराई तो पता चला कि दयालपुर बाबा स्थान से चौहान बस्ती तक मिट्टी खड़ंजा का कार्य कई वर्ष पहले एमएलसी निधि से कराने के साथ धनराशि उतार ली गई थी। इसके बाद मनरेगा से भी इसी कार्य को दिखाकर एक लाख 69 हजार 230 रुपये उतार लिए गए। रिपोर्ट के बाद तत्कालीन सीडीओ ने बीते 26 नवंबर को महिला ग्राम प्रधान रीता सिंह, सचिव गोपाल कुमार सिंह व तकनीकी सहायक कृष्ण कुमार चक्रवर्ती से अलग-अलग 56 हजार 410 रुपये वसूलने का निर्देश जारी किया। साथ ही ब्लाक स्तरीय अधिकारियों को निर्देशित किया धनराशि उत्तर प्रदेश ग्रामीण रोजगार गारंटी योजना समिति लखनऊ के नाम से बैंक ड्राफ्ट तैयार कराकर उपायुक्त, श्रम रोजगार कार्यालय में उपलब्ध कराया जाए। बावजूद इसके अब तक रिकवरी की धनराशि जमा नहीं हो पाई है।
अब तक महिला ग्राम प्रधान, सचिव व तकनीकी सहायक की ओर से रिकवरी की धनराशि नहीं जमा की गई है। ऐसे में इनके खिलाफ आगे की कार्रवाई के लिए जिला प्रशासन को पत्र लिखकर भेजने के साथ प्रक्रिया शुरू हो गई है।- दिलीप सोनकर, प्रभारी बीडीओ मरदह।