गाजीपुर: प्याज के बाद आलू के दाम में उछाल, सब्जियां थाली से गायब
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर प्याज ने तो इस बार महंगाई के पिछले सारे रिकॉर्ड ही तोड़ दिए। लेकिन इस बार आलू भी अपेक्षाकृत काफी महंगा बिक रहा है। सर्दी के मौसम में आलू-प्याज की महंगाई उपभोक्ताओं को अखर रही है। इस बार सर्दी के मौसम में लोगों की थाली में दिखने वाली गोभी, हरी पालक, मटर भी सस्ती नहीं हुई है। सब्जी के मंहगाई के कारण इस बार लोग ठंड के मौसम का आनंद नहीं ले पा रहे है।
पिछले दिनों आलू 25 से 30 रुपये तक बिका। कारण यह है कि कड़ाके की ठंड में पाले ने आलू की पैदावार पर असर डाला है। इसी में बारिस ने अपना असर दिखाया है। कुछ खेतों में पानी भर जाने से आलू की फसल को काफी नुकसान हुआ। पिछले साल इन्हीं दिनों में सब्जी मंडियों में आलू का फुटकर भाव दस रुपये किलों से भी नीचे रहा। सब्जी विक्रेता दस रुपये का सवा किलो आलू आवाज लगाकर बेचा करते थे। लेकिन इस बार दाम बीस रुपये किलो से नीचे आने को तैयार ही नहीं है। इसी में दो व तीन जनवरी को हुई बारिश ने आलू की कीमतों में और उछाल ला दिया है।
सर्दी के मौसम में सभी परिवारों में अन्य सब्जियों के साथ ही आलू-प्याज की खपत सबसे ज्यादा होती है। लेकिन अब प्याज तो निम्न वर्ग की पहुंच से ही दूर हो चुका है। सब्जी विक्रेता अच्छे किस्म का प्याज सौ रुपये किलो बेच रहे हैं जबकि सामान्य किस्म का छोटा प्याज 90 रुपये तथा खराब क्वालिटी वाला तक 80 रुपये किलो बेचा जा रहा है। हालांकि मंडी में प्याज का थोक भाव 60 से 70 रुपये प्रति किलो ही है। लेकिन फुटकर विक्रेता उपभोक्ताओं को महंगे दामों पर बेच रहे हैं। जहां तक आलू की बात है तो इसे गरीबों का सब्जी माना जाता रहा है। अन्य सब्जियां महंगी होने पर निम्न वर्ग के लोग आलू से काम चला लिया करते रहे हैं। लेकिन इस बार उन्हें आलू के अधिक दाम चुकाने पड़ रहे हैं।