Today Breaking News

गाजीपुर: शिक्षा का मुख्य उद्देश्य छात्रों का सर्वांगीण विकास- एमएलसी चंचल सिंह

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर सुभाष विद्या मंदिर इंटर कालेज व महाविद्यालय बहरियाबाद का 72 वां वार्षिकोत्सव समारोह का समापन  नेता सुभाष चन्द्र बोस की जयंती पर विविध सांस्कृतिक कार्यक्रमों के साथ सम्पन्न हुआ। मुख्य अतिथि विधान परिषद् सदस्य विशाल सिंह चंचल ने कहा कि छात्रों का सर्वांगीण विकास ही शिक्षा का मुख्य उद्देश्य है। आगे उन्होंने छात्र-छात्राओं से आह्वान किया कि आप ऐसी शिक्षा ग्रहण करें कि स्वयं के विकास के साथ ही देश के में भी अपना योगदान दे सकें। 


इसके लिए नेता सुभाष चन्द्र बोस से प्रेरणा लेने की जरूरत है। आगे उन्होंने छात्राओं की संख्या बहुत अधिक देखकर कहा कि जिस विद्यालय में छात्राओं की संख्या अधिक होती है निश्चित रूप से वहां अच्छा शिक्षण कार्य के अलावा अन्य संस्कारयुक्त नैतिक शिक्षाएं  भी प्रदान की जाती है। इसके पूर्व मुख्य अतिथि ने परिसर में लगे विद्यालय के संस्थापक स्व. ब्रजनाथ सहाय की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर नमन किया।कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि द्वारा मां सरस्वती के चित्र एवं नेता सुभाष चन्द्र बोस के चित्र पर माल्यार्पण एवं दीप प्रज्वलन कर हुआ। प्रबंधक अजय सहाय ने कहा कि विद्यालय की स्थापना 20 जनवरी सन 1948 मे नेता जी सुभाष चन्द्र बोस के नाम पर संस्थापक ब्रजनाथ सहाय ने किया। 

इसीलिए प्रत्येक वर्ष विद्यालय का वार्षिकोत्सव समारोह 20 जनवरी को स्थापना दिवस पर प्रारंभ होकर 23 जनवरी को नेता जी सुभाष चन्द्र बोस की जयंती पर सम्पन्न होता है।इसके पूर्व प्रबंधक अजय सहाय द्वारा मुख्य अतिथि, विशिष्ट अतिथि रघुवंश सिंह पप्पू, अध्यक्षता कर रहे भाजपा के पूर्व जिला अध्यक्ष एवं प्रदेश कार्यसमिति के सदस्य बृजेन्द्र राय, जिला विद्यालय निरीक्षक ओमप्रकाश राय,वित्त एवं लेखा अधिकारी दीपक सिंह का स्वागत स्मृति-चिन्ह व अंगवस्त्रम भेंट कर माल्यार्पण कर किया। 


इस मौके पर छात्र-छात्राओं ने स्वागत गीत, सरस्वती वंदना, लोकगीत, भावगीत, भजन, नुक्कड़ नाटक, प्रहसन आदि प्रस्तुत मौजूद दर्शकों को बार-बार तालियां बजाने के विवश कर दिया। प्रमुख रूप से डा. प्रदीप पाठक, संदीप सिंह सोनू, महाविद्यालय के प्रबंधक आशीष सहाय, विनीत सिंह, राजेश सिंह, हिमांशु सिंह, विनोद सिंह, पूर्व प्रधानाचार्य कैलाश नाथ पाण्डेय, रामचंद्र सिंह, बृजेन्द्र पाण्डेय, प्रियंबदा मिश्रा, श्यामनारायण, आलोक सिंह, अरूण सहाय, शिवबचन पाण्डेय, दानिश वरा, लाल परीखा पटवा आदि उपस्थित रहे। समापन ध्वज अवरोहण एवं राष्ट्र गान के साथ हुआ। संचालन रामप्रकाश व प्रधानाचार्य डा. चंद्रभान सिंह ने आभार प्रकट किया।

'