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गाजीपुर: डीएम के समक्ष किसानों ने लगाई समस्याओं व सवालों की झड़ी

गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर विकास भवन के सभागार में गुरुवार को आयोजित किसान दिवस की बैठक में जिलाधिकारी ओमप्रकाश आर्य किसानों से रूबरू थे। किसानों ने जिलाधिकारी के सामने अपनी समस्याएं रखीं और उसे निस्तारित करने की मांग उठायी। भांवरकोल मे धान क्रय केंद्र का भुगतान न होने तथा धान डंप की शिकायत पर जिलाधिकारी ने अविलंब किसानों का भुगतान करने एवं डंप धान को गोदाम में पहुंचाने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया। इस संबंध में क्रय एजेंसियों ने बताया कि भुगतान की प्रक्रिया में बदलाव के कारण ऐसी समस्या आ रही है शीघ्र ही इसका समाधान कर लिया जाएगा।


पिछली किसान दिवस के कार्य वृत्ति पर चर्चा के बाद कृषि विभाग एवं उद्यान विभाग के अधिकारियों द्वारा अपने-अपने विभाग द्वारा संचालित योजनाओं की जानकारी किसानों को प्रदान की गई। उद्यान अधिकारी द्वारा औद्यानिक मिशन के तहत केले की खेती, प्रधानमंत्री सिचाई योजना एवं मिर्च का विदेशों में निर्यात के संबंध में आवश्यक जानकारी दी गयी। बताया गया कि इसमें पहले किसानों को पंजीकरण कराना होगा। इसी प्रकार विभाग द्वारा पान की खेती व गंगा किनारे के गांवों मे फलदार पौध लगाने की योजना चलायी जा रही है। इसके लिए भी किसी भी कार्य दिवस में उद्यान विभाग से संपर्क किया जा सकता है। किसानों द्वारा अन्य जिलों के कृषि सेंटरों पर भ्रमण के लिए भेजे जाने का अनुरोध किया गया जिससे किसानों को उन्नतशील खेती के बारे मे बेहतर जानकारी प्राप्त हो सके। 


जिलाधिकारी ने दैवीय आपदा से हुई क्षति का सर्वे तत्काल कराने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया। ग्राम सरवनडीह में नहरों में पानी की समस्या पर जानकारी दी गयी कि वहां पर गेट बना दिया गया है। जगदीश दानव ने अपनी शिकायत मे बताया कि उद्यान विभाग मे मेरा प्रकरण अधिक दिनों से लंबित है। जिलाधिकारी ने उद्यान अधिकारी को प्रकरण निस्तारण का निर्देश दिया। बाबूलाल मानव ने बीमा कंपनियों की शिकायत की जिस पर जिलाधिकारी ने कृषि निदेशक को पत्र लिखने का आदेश दिया। नहरों की अधिक शिकायत पर जिलाधिकारी ने खुद अपनी देखरेख में मानीटरिग करने को कहा जिससे नहरों में पानी उपलब्धता सुनिश्चित करायी जा सके। इसमें मुख्य विकास अधिकारी श्री प्रकाश गुप्ता, उप निदेशक कृषि, जिला कृषि अधिकारी, जिला उद्यान अधिकारी तथा सिचाई, नहर एवं अन्य संबंधित विभाग के अधिकारी सहित काफी संख्या में किसान रहे।

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