गाजीपुर: पुलिस प्रशासन की उदासीनता के कारण तस्करी के लिए सुरक्षित जोन बन गया है गंगा घाट
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर भांवरकोल पुलिस प्रशासन की उदासीनता के कारण बिहार सीमा से सटे धर्मपुरा, फिरोजपुर, वीरपुर तथा लोहारपुर पलिया के गंगा घाटों से पशु एवं शराब की तस्करी काफी बड़े पैमाने पर होती चली आ रही है। वर्ष 2012 में तत्कालीन ग्राम प्रधान पवन कुमार सिंह उर्फ सोनू की अगुवाई में ग्रामीणों ने अभियान चलाकर रातों दिन पहरा देकर आखिर वीरपुर गंगा घाट से होने वाली पशु तस्करी को रोक दिया लेकिन धंधा बंद नहीं हुआ। वीरपुर के बदले अब तस्करी के लिए फिरोजपुर लोहारपुर तथा पलिया गंगा घाटों का उपयोग किया जाने लगा।
वर्ष 2016 से बिहार सरकार द्वारा शराब बंदी किए जाने के बावजूद इन गंगा घाटों से कभी कम तो कभी अधिक शराब की तस्करी होती रही। इसमें सबसे अधिक शराब व पशुओं की तस्करी लोहारपुर व पलिया गंगा घाटों से होती है। इसमें तटवर्ती गांवों के कुछ लोगों का भी सहयोग होता रहता है। कभी-कभी इस तस्करी को रोकने के प्रयास में आपस में कहासुनी भी होती रही है। यदि पुलिस प्रशासन समय रहते क्षेत्र से हो रही इस शराब व पशु तस्करी पर रोक नहीं लगाया तो कभी भी कोई बड़ी घटना हो सकती है।