गाजीपुर: नाम व स्थान बदलकर संचालित हो रहे तमाम अवैध अस्पताल
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर जनपद में अवैध अस्पतालों व नीम-हकीमों की जड़ें इतनी मजबूत हो चुकी हैं कि मुकदमा दर्ज कराने के बाद भी नाम व स्थान बदलकर इनका धंधा फल-फूल रहा है। अंकुश लगाने के लिए स्वास्थ्य विभाग की ओर से किए जा रहे तमाम जतन इनके सामने बौने दिखाई पड़ रहे हैं। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में फैले इनके मकड़जाल को काट पाना दूर-दूर तक संभव नहीं दिखाई पड़ रहा है। ऐसे में जहां मरीजों का आर्थिक शोषण हो रहा है, वहीं उन्हें अपनी जान तक गवानी पड़ रही है।
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो पांच वर्षों से अब तक 102 बिना पंजीयन अवैध रूप से संचालित निजी अस्पतालों, नीम-हकीम व पैथालाजी केंद्रों के खिलाफ कार्रवाई करने के साथ मुकदमा भी दर्ज कराया गया। इसके बाद भी शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में इनका धंधा जस का तस चल रहा है। सबसे बड़ी बात तो यह है कि इनके धंधे में विभाग की योजनाओं से लोगों को लाभान्वित करने की जिम्मेदारी जिन कंधों पर है, वही कमीशन के चक्कर में मरीजों को यहां तक पहुंचाने का काम करती हैं। इसका खुलासा भी छापेमारी के दौरान मिले डायरी व कागजातों से हो चुका है। छानबीन के दौरान अपने विभाग के लोगों का नाम मिलने के बावजूद महकमे के जिम्मेदार अधिकारी सिर्फ जांच का आश्वासन देकर अपना पल्ला झाड़ ले रहे हैं। ऐसे में इनके चंगुल से आमजनों का बच पाना संभव नहीं हो पाता है।
आशा ही पहुंचाती हैं महिला मरीज
शहर ही नहीं ग्रामीण क्षेत्रों में विभाग की ओर से तैनात आशा कार्यकर्ता अपने क्षेत्र की गर्भवती महिलाओं को प्रसव के लिए अवैध रूप से संचालित निजी अस्पतालों तक पहुंचाने का काम करती हैं। इस कार्य के लिए उन्हें संचालक व नीम-हकीम की ओर से मोटी रकम दी जाती है। इसका खुलासा तब हुआ जब शहर के खोवामंडी स्थित एक निजी अस्पताल में गत माह प्रसूता की मौत हुई थी। इस दौरान मिली डायरी में उन आशाओं के नाम मिले थे, जिन्हें मरीज पहुंचाने के नाम पर कमीशन उपलब्ध कराया गया था।
इन अस्पतालों दर्ज हो चुका है मुकदमा
चिकित्सा एवं पंजीयन के नोडल अधिकारी डा. प्रगति कुमार ने बताया कि बीते चार जनवरी को सैदपुर स्थित राधिका डेंटल केयर सेंटर, शारदा हास्पिटल एंड सर्जिकल सेंटर, डा. लाल पैथ लैब के संचालक व नीम-हकीम डाक्टर के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया था। बीते पांच जनवरी को मुहम्मदाबाद कोतवाली क्षेत्र के चकशाह मुहम्मद उर्फ मलिकपुरा गांव स्थित लाइफ क्लिीनिक को सीज करने के साथ मुकदमा दर्ज कराया गया। इसके अलावा शादियाबाद थाना क्षेत्र के हरिदासपुर स्थित सद्गुरु सेवाश्रम, हंसराजपुर बाजार स्थित बीआर हास्पिटल एंड रिसर्च सेंटर शामिल है। इसी तरह आठ माह के अंदर 15 से अधिक अवैध निजी अस्पतालों व नीम-हकीमों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए मुकदमा दर्ज कराया गया है।
अवैध रूप संचालित निजी अस्पालों, नीम-हकीम डाक्टरों व पैथोलाजी केंद्रों के साथ अल्ट्रासाउंड केंद्रों पर कार्रवाई चल रही है। वहीं उन संचालकों को भी चिन्हित किया जा रहा है जिनके खिलाफ मुकदमा दर्ज होने के बाद भी वह नाम बदलकर अस्पताल चला रहे हैं। साथ ही उन आशाओं को भी चिन्हित किया जा रहा है जो इस कार्य में संलिप्त हैं। जिला प्रशासन के निर्देश पर अब एसीएमओ व एसडीएम की संयुक्त कमेटी गठित कर छोपमारी व कार्रवाई करेगी।- डा. जीसी मौर्या, सीएमओ।