गाजीपुर: आक्रोशित किसानों ने कमरे में बंद किए बेसहारा पशु
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर मरदह फसल नष्ट होने से गुस्साए किसानों ने सैकड़ों बेसहारा पशुओं को पलहीपुर बोगना गांव स्थित प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में बने स्वास्थ्य कर्मियों के आवास में बंद कर दिया। ब्लाक स्तरीय अधिकारियों व कर्मचारियों को जानकारी होने के 24 घंटे बाद भी अब तक न तो कोई ठोस कदम उठाया गया है और न ही मुक्त कराया गया। ऐसे में कैद पशु भूख व प्यास से तड़पने को बाध्य हैं। स्थिति तो यह है कि टैकिग के बाद भी गोवंश सड़कों व ग्रामीण इलाकों को घूम रहे हैं, जिससे लोगों की मुसीबत बढ़ती जा रही है।
गोवंशों को रखने के लिए जिले के विभिन्न ब्लाकों में आश्रय स्थल स्थापित कराए गए हैं, लेकिन जिम्मेदार अधिकारियों व कर्मचारियों की उदासीनता के चलते बेसहारा पशुओं का झूंड शहर समेत ग्रामीण इलाकों में जगह-जगह घूम रहा है। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में इनके द्वारा बहुत ज्यादा ही किसानों को नुकसान पहुंचाया जा रहा है। खेत में लगी सब्जी से लेकर अनाज तक की फसल को अपनी भूख शांत करने के लिए आहार बना ले रहे हैं। तमाम परेशानियों के बीच खेती करके अपना जीविका चलाने वाले किसानों के लिए बेसहारा पशु इन दिनों मुसीबत बन चुके हैं।
फसलों को नष्ट होने से बचाने के लिए अब किसान इन बेसहारा पशुओं को बंद करके किसी तरह मुश्किल कम करना चाह रहे हैं, लेकिन स्थिति जस की तस बनी हुई है। यही नहीं सड़कों पर घूम रहे इन पशुओं के चलते आए दिन दुर्घटना भी हो रही है। इसके बावजूद इनको आश्रय स्थल तक पहुंचाने के लिए जिला प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है। इसी क्रम में पलहीपुर बोगना गांव के ग्रामीणों ने गुरुवार को सैकड़ों पशुओं को पीएचसी स्थित स्वास्थ्य कर्मियों के लिए बने आवास में बंद कर दिया। इस संबंध में बीडीओ दिलीप सोनकर ने बताया कि जल्द ही पशुओं को मुक्त कराया जाएगा। इसकी सूचना जिला प्रशासन को देने के साथ कार्रवाई शुरू कर दी गई है।