B.Ed की फर्जी मार्कशीट पर नौकरी पाने वाले और 30 शिक्षक बर्खास्त, कुल 84 के खिलाफ FIR के आदेश
बीएसए ने सभी बीईओ को अभी तक बर्खास्त किए सभी 84 शिक्षकों पर एफआईआर दर्ज कराते हुए प्रति उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं. विभाग द्वारा की गई बर्खास्तगी की कार्यवाही से शिक्षकों में हड़कंप मचा हुआ है
फिरोजाबाद. उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के फिरोजाबाद (Firozabad) के विभिन्न प्राथमिक स्कूलों में तैनात 30 शिक्षकों को बर्खास्त कर दिया गया है. एसआईटी जांच में इन शिक्षकों की बीएड की डिग्री फर्जी पाई गई थी, जिसके बाद विभाग ने यह कदम उठाया है. इन्हें मिलाकर जिले में अभी तक 84 शिक्षक बर्खास्त हो चुके हैं. बीएड सत्र 2004-2005 के टेंपर्ड और फर्जी अंकपत्र वाले 30 और शिक्षकों को बीएसए ने बर्खास्त कर दिया है. बीएसए ने सभी बीईओ को अभी तक बर्खास्त किए सभी 84 शिक्षकों पर एफआईआर दर्ज कराते हुए प्रति उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं. विभाग द्वारा की गई बर्खास्तगी की कार्यवाही से शिक्षकों में हड़कंप मचा हुआ है.
बीएसए कार्यालय से मिली जानकारी के मुताविक एसआईटी जांच में शामिल शिक्षकों के खिलाफ बर्खास्तगी की कार्रवाई कर एफआईआर दर्ज कराने की प्रक्रिया शासन की प्राथमिकता में है. सूची में शामिल 30 और शिक्षकों को बर्खास्त कर उनकी बर्खास्तगी पत्र सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को भेजकर एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं. वहीं शेष शिक्षकों के खिलाफ भी कार्रवाई की जा रही है. बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बताया कि सभी खंड शिक्षा अधिकारियों को बर्खास्त शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने बताया कि अभी तक बर्खास्त किए गए कुल 84 शिक्षकों के खिलाफ दर्ज कराई एफआईआर की प्रति बीईओ से मांगी गई है.
FIR दर्ज न हुई तो एक्शन
एफआईआर दर्ज न कराने पर संबंधित बीईओ के खिलाफ शासन को लिखा जाएगा. बता दें कि शासन से शिकायत की गई थी कि साल 2004-2005 के बी.एड प्रमाणपत्रों से जिन शिक्षकों ने नौकरी पाई है, उनमें से ज्यादातर के प्रमाणपत्र फर्जी और टेंपर्ड हैं. इसी शिकायत पर शासन ने एसआईटी गठित कर जांच करायी तो फिरोजाबाद में भी कई शिक्षक संदेह के घेरे में आए. जिन्हें जवाब देने के लिए नोटिस जारी किए गए लेकिन जवाब न मिलने पर जिले के 84 शिक्षक अभी तक बर्खास्त किये जा चुके हैं. 54 शिक्षक पहले बर्खास्त किये गए जबकि 30 की सेवा गुरुवार को समाप्त कर दी गई.