गाजीपुर: किसानों ने फिर रोका रेल कम रोड ब्रिज का काम
गाजीपुर न्यूज़ टीम, गाजीपुर गंगा नदी पर निर्माणाधीन रेलकम रोडब्रिज के काम में गुरुवार फिर किसान बाधा बनकर खड़े हो गए। भूमि अधिग्रहण में मनमानी और मुआवजा में भेदभाव का आरोप लगाकर किसानों ने काम रोक दिया।अाक्रोशित किसान कर्मचारियों से मारपीट पर भी उतारू हो गए, इसके बाद अधिकारियों को आगे आना पड़ा। सूचना पर जिलाधिकारी के निर्देश पर जमानियां के एसडीएम सत्यप्रिय सिंह, सुहवल प्रभारी निरीक्षक संजय वर्मा, कार्यदायी संस्थान जीपीटी के वाइस प्रेसीडेंट अश्वनी कुमार सहित भारी संख्या में महिला व पुरुष आरक्षियों संग मौके पर पहुंचे।
जहां एसडीएम ने किसानों से उनकी समस्याओं को लेकर गंभीरता से वार्ता की। किसानों को कार्य में अवरोध नहीं करने और विरोध पर कार्रवाई की चेतावनी दी। बहुप्रतीक्षित 51 किमी. लंबी ताड़ीघाट-मऊ रेल खंड के विस्तारीकरण में किसानों का आक्रोश मेदनीपुर गांव में दिखा। मेदनीपुर के दर्जनों काश्तकारों ने मुआवजा की मांग को लेकर कार्यों को रुकवा दिया।रेलवे सहित अन्य अधिकारियों पर मुआवजा देने में भेदभाव किये जाने का आरोप भी लगाया। दस बजे मेदनीपुर गांव के दर्जनों किसान वहां धमक पड़े और फिर परियोजना के लिए अधिग्रहित किये गये जमीन के मुआवजा की मांग करने लगे।
साथ ही अन्य अधिकारियों पर मुआवजा देने में भेदभाव किये जाने का आरोप लगाते हुए उचित मुआवजा मिलने तक के लिए निर्माण कार्य को रुकवा दिया। जब इसकी जानकारी कार्यदायी संस्थान जीपीटी व उनके इंजीनियरों को हुई, तो तत्काल मौके पर पहुंचे और काश्तकारों को काफी समझाने का प्रयास किया, लेकिन किसान अपनी बातों पर अड़े रहे। इसकी सूचना फिर आलाधिकारियों को दी गयी, इसके बाद जिलाधिकारी को भी इससे अवगत कराया गया। जिलाधिकारी के निर्देश पर जमानियां के एसडीएम सत्यप्रिय सिंह ने किसानों से उनकी समस्याओं को लेकर गंभीरता से वार्ता की। काश्तकारों ने आरोप लगाया कि मुआवजा को लेकर उनके साथ पूरी तरह से भेदभाव किया जा रहा है।
एसडीएम ने कहा कि उनके साथ किसी तरह का भेंदभाव नहीं होगा। रेलवे अधिनियम के तहत व भूमि अधिग्रहण के तहत जो भी मुआवजा विधि सम्मत होगा, हर हाल में मिलेगा, लेकिन काश्तकार उचित मुआवजा मिलने तक निर्माण कार्य नहीं होने देने की चेतावनी दिये। एसडीएम सख्त हो गये और उनसभी काश्तकारों को फिर से चेताया कि कानून को अपने हाथ में नहीं लें, चल रहे सरकारी कार्यों में बाधा नहीं बनें। एसडीएम के कड़े तेवर तेख काश्तकारों का रुख नरम पड़ गया। इस दौरान उपनिरीक्षक बलवंत यादव, उपनिरीक्षक राजेश गिरी, जीपीटी के वाइस प्रेसीडेंट अश्वनी कुमार, राजस्व निरीक्षक शेषमणी, रामराज, सागर कुशवाहा, बृजकिशोर, विनीत सिंह आदि मौजूद रहे।